चलती ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली में मैगी बनाने से भड़का रेलवे, वीडियो वायरल होने पर महिला पर टूटी आफत

ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली में मैगी पकाती महिला का वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे ने इसे खतरनाक बताते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. अधिकारियों ने यात्रियों से ऐसे उपकरणों के उपयोग से दूर रहने की अपील की है.

@Central_Railway
Sagar Bhardwaj

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने भारतीय रेलवे को सख्त रुख अपनाने पर मजबूर कर दिया है. वीडियो में एक महिला ट्रेन में सफर के दौरान इलेक्ट्रिक केतली में मैगी बनाती नजर आती है. उसने न सिर्फ मैगी पकाई, बल्कि दावा किया कि वही केतली इस्तेमाल कर उसने पहले करीब 15 लोगों के लिए चाय भी तैयार की. वीडियो सामने आते ही यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठे और रेलवे ने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की घोषणा की.

यात्रियों को परोस चुकी है ब्रेकफास्ट

वायरल वीडियो में महिला मराठी में बातचीत करती दिखाई देती है. वह केतली में पक रही मैगी दिखाते हुए कहती है कि वह अपने सह-यात्री को ‘‘रेडीमेड ब्रेकफास्ट’’ भी परोस चुकी है. उसका कहना था कि सफर में भी उसकी ‘‘किचन’’ चल रही है. 

15 लोगों के लिए बनाई थी चाय

वीडियो में महिला बताती है कि मैगी से पहले उसने उसी केतली का उपयोग कर लगभग 15 लोगों के लिए चाय बनाई थी. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह उस समय किस ट्रेन में यात्रा कर रही थी, लेकिन उसके इस कृत्य से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. यूजर्स ने पूछा कि क्या यह महिला यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं कर रही. 

शॉर्ट सर्किट से लग सकती है आग

लोगों का कहना था कि ट्रेन में लगाए गए पावर सॉकेट केवल लो-पावर डिवाइस के लिए होते हैं. इलेक्ट्रिक केतली जैसे उपकरण न केवल ओवरलोड पैदा कर सकते हैं, बल्कि स्पार्क, शॉर्ट सर्किट या आग जैसे खतरे भी बढ़ाते हैं. कई यात्रियों ने इसे ‘‘सभी की सुरक्षा से खिलवाड़’’ बताया.

रेलवे ने लिया संज्ञान

सेंट्रल रेलवे ने वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा कि ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है. अधिकारियों ने चेतावनी दी कि ऐसे उपकरण एसी और इलेक्ट्रॉनिक पोर्ट को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आग का कारण बन सकते हैं. रेलवे ने संबंधित चैनल और महिला के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

यात्रियों से की अपील

रेलवे ने यात्रियों से अपील की कि वे सफर के दौरान किसी भी अनाधिकृत इलेक्ट्रिक उपकरण का उपयोग न करें. साथ ही कहा गया कि ऐसी किसी घटना के दिखते ही यात्रियों को तुरंत रेलवे अधिकारियों या हेल्पलाइन पर सूचना देनी चाहिए.