Kerala Nun Jumps Hurdles: केरल के वायनाड की 55 वर्षीय नन सिस्टर सबीना ने स्टेट मास्टर्स एथलेटिक्स मीट में बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया. उन्होंने अपनी धार्मिक पोशाक में यह शानदार प्रदर्शन किया, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. उनकी जीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह बाधाओं को आसानी से पार करती दिख रही हैं.
सिस्टर सबीना द्वारका एयूपी स्कूल में शारीरिक शिक्षा की शिक्षिका हैं. मूल रूप से कासरगोड की रहने वाली सबीना 1990 के दशक में वायनाड आई थीं. उन्होंने बताया कि अगले साल मार्च में रिटायरमेंट से पहले यह उनकी आखिरी प्रतियोगिता थी. उनके इस प्रदर्शन ने हर किसी को हैरान कर दिया. वीडियो में वह दौड़ की शुरुआत में बाधाओं को आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ पार करती नजर आ रही हैं. यह दृश्य उनकी मेहनत और जुनून का प्रतीक है.
केरल की 55 वर्षीय नन ने धार्मिक पोशाक में जीता गोल्ड
शिक्षा मंत्री की प्रशंसाकेरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने सिस्टर सबीना की इस उपलब्धि की जमकर तारीफ की. उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा,'55 साल की उम्र में धार्मिक पोशाक में यह जीत इच्छाशक्ति का शानदार उदाहरण है. सिस्टर सबीना ने दिखाया कि उम्र या परिस्थितियां सपनों को पूरा करने में बाधा नहीं बन सकतीं. उनकी यह उपलब्धि उनके छात्रों और समाज के लिए प्रेरणा है.'
உடை என்பது ஒரு கவசம் - சாதிக்க உடை ஒரு தடை அல்ல...
— Kᴀʙᴇᴇʀ - தக்கலை கபீர் (@Autokabeer) October 22, 2025
கேரளா - வயநாடு : துவாரகா AUP பள்ளியில் உடற்கல்வி ஆசிரியராக இருக்கும் 55 வயதான கன்னியாஸ்திரி சபீனா
தடகள போட்டியில் மற்ற வீரர்களை விட மின்னல் வேகத்தில் முந்தி சென்று தங்கப் பதக்கம் வென்றார்.
சிஸ்டர் சபீனா ஒன்பதாம் வகுப்பிலே… pic.twitter.com/kmx93OYaHr
मंत्री ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं. सबके लिए प्रेरणा सिस्टर सबीना की यह जीत सिर्फ एक खेल उपलब्धि नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी है. उन्होंने साबित किया कि दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. उनकी इस उपलब्धि ने वायनाड से लेकर पूरे केरल में लोगों का दिल जीत लिया है.