Top 5 Tax Saving Mutual Funds: लोग अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए निवेश (Investment) करते हैं. कोई शेयर मार्केट में करता है, कोई बैंक में एफडी कराता है, कोई एलआईसी की पॉलिसी खरीदता है तो कोई डाकघर में आरडी कराता है. लेकिन वर्तमान समय में म्यूचुअल फंड में भारी निवेश हो रहा है. आपने टीवी, मोबाइल या अखबार में म्यूचुअल फंड के एडवरटीजमेंट जरूर देखें होंगे. हालांकि, म्यूचुअल फंड में निवेश थोड़ा जोखिम भरा होता है. लेकिन, जहां जोखिम है वहां रिटर्न अधिक मिलने की संभावना भी है. इसके साथ ही इनकम टैक्स (Income Tax) में भी राहत मिलती है. बहुत से ऐसे म्यूचुअल फंड हैं जिन्होंने बीते 3 से 5 सालों में भारी रिटर्न दिया है और टैक्स से बचाया है.
आज हम आपको उन 5 म्यूचुअल फंड के बारे में बताएंगे जिन्होंने टैक्स से राहत दी है और अच्छा खासा रिटर्न भी दिया है. आइए उन पांचों म्यूचुअल फंड्स के बारे में जानते हैं.
एसबीआई का यह म्यूचुअल फंड बहुत ही फेमस है. टैक्स बचाने के साथ इसने अच्छा-खासा रिटर्न दिया है. पिछले 3 सालों में इस म्यूचुअल फंड ने लगभग 25 फीसदी का रिटर्न दिया है. एक साल में 28 फीसदी तक का भी रिटर्न दिया है. 31 जुलाई 2023 तक इस फंड की साइज 15374.28 करोड़ रुपये का है.
बैंक ऑफ इंडिया के इस टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड ने एक साल में 16 फीसदी, तीन साल में 23 फीसदी और 5 साल में 14.99 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. इनकम टैक्स बचाने के लिए यह म्यूचुअल फंड बेस्ट विकल्पों में से एक हो सकता है.
इनकम टैक्स बचाने में आज के समय में इस म्यूचुअल फंड में लोग निवेश करना पसंद कर रहे हैं. पिछले 3 साल में इस म्यूचुअल फंड ने 30 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. इसमें रिस्क भी बहुत हाई है. निवेश करने से पहले अच्छे से रिसर्च करके अपने वित्तीय सलाहकार से विचार विमर्श जरूर करें. इस फंड की साइज 7769.92 करोड़ रुपये है.
इस म्यूचुअल फंड की रिस्क रेटिंग बहुत हाई है. इसने पिछले तीन साल मं करीब 23 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. इस फंड की साइड 2997.16 करोड़ रुपये है.
इस म्यूचुअल फंड ने बीते 3 साल में 24.95 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. बात इसके रिस्क रेटिंग की करे तो इसकी रिस्क रेटिंग बहुत हाई है. इसका फंड साइज 13820.09 करोड़ रुपये है.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए लिखा गया है. हम किसी को कहीं निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं. कहीं निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य ले लें.