Business News: होम लोन, कार लोन और अन्य प्रकार के बैंक लोन की EMI सस्ती होने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों के लिए बुरी खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) हाल-फिलहाल में ब्याज दरों में कटौती करने से साफ इनकार कर दिया है. आरबीआई ने कहा कि वह ब्याज दरों में किसी प्रकार की कटौती नहीं करने जा रहा है और उनका पूरा फोकस महंगाई को 4% पर लाने पर है.
गवर्नर बोले- महंगाई को कम करने पर पूरा ध्यान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 'अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस साल के अंत में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है, लेकिन हम इस समय इस पर कोई विचार नहीं कर रहे हैं हमारा पूरा ध्यान महंगाई को 4 प्रतिशत पर स्थिर करने पर है.'
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी महंगाई
दास ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जो मुद्रास्फीति 7.8 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी उसमें अब लगातार कमी आ रही है और यह अब आरबीआई की टार्गेट रेंज 2-6 प्रतिशत के बीच है लेकिन हमारा लक्ष्य इसे 4 प्रतिशत पर लाना है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, 'हम 4 प्रतिशत के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं. जब तक हम टिकाऊ आधार पर 4 प्रतिशत के लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते, ब्याज दरों में कटौती को लेकर बात करना जल्दबाजी होगी.'
उन्होंने कहा कि अगले साल के लिए हमारा लक्ष्य महंगाई को औसतन 4.5 प्रतिशत पर रखना है. हालांकि इसमें कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.
खाद्द वस्तुओं की कीमतों में आया भारी उछाल
बता दें कि दाल, अनाज, सब्जियों समेत खाद्द वस्तुओं की कीमतों में तेज उछाल के चलते खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर महीने में खाद्द महंगाई दर 9.53 फीसदी रही जबकि नवंबर में यह 8.70 फीसदी थी. दिसंबर में दाल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है और ये बढ़कर 20.73 फीसदी पर जा पहुंची हैं जो कि नवंबर में 20.23 फीसदी थी. सब्जियों की महंगाई दर में भी भारी इजाफा हुआ है और ये बढ़कर 27.64 फीसदी पर जा पहुंची है जो पिछले महीने 17.70 फीसदी पर रही थी.
लगातार 5वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
गौरतलब है कि बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई ने मई 2022 में रेपो रेट को 250 बेसिस पॉइंट बढ़ा दिया था. दिसंबर 2023 में आरबीआई ने लगातार 5वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था.