Share Market: सप्ताह के आखिरी ट्रेडिंग डे पर भारतीय शेयर बाजार ने इतिहास रच दिया है. 4 जून को जितना पैसा निवेशकों का डूबा था उसकी रिकवरी हो चुकी है. ये रिकवरी 3 में हुई है. 7 जून को भारतीय शेयर बाजार इतना उड़े की पुराने सभी रिकॉर्ड टूट गए. शेयर मार्केट की इस उड़ान ने शायद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब भी दे दिया हो. उन्होंने 6 जून की शाम एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा था कि 4 जून को हिंदुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा स्कैम हुआ है. उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इन्होंने जनता से शेयर मार्केट में पैसा लगाने को कहा था. और 4 जून को मार्केट में 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. राहुल गांधी के इन आरोपों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार अपने अब तक के सबसे उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है. सेंसेक्स 1618.85 अंक उछलकर 76693.36 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी फिफ्टी 468.75 अंक उछलकर 23290.15 के स्तर पर बंद हुआ.
भारतीय शेयर बाजार के लिए जून का यह सप्ताह अब तक का सबसे अच्छा सप्ताह रहा है. इस सप्ताह सेंसेक्स 3.4 फीसदी ऊपर चढ़ा.
भारतीय शेयर बाजार ने आज कई कारणों से इतनी लंबी छलांग लगाई है. आइए जानते हैं कि किन कारणों से भारतीय शेयर बाजार ने आज इतिहास रच दिया है.
RBI ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव: भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने 8वीं बार लगातार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया. यह 6.5 परसेंट पर पहले की तरह बरकरार है. बाजार ने पहले से यह अनुमान लगा लिया था. ऐसे में बाजार का अनुमान सही साबित हुआ, जिससे बाजार में तेजी देखने को मिली.
पीएम मोदी की सरकार बनने की पुष्टि: आज एनडीए ने राष्ट्रपति के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. नरेंद्र मोदी के पीएम पद की पुष्टि से शेयर बाजार में उछाल देखने को मिली. 4 जून को नतीजों वाले दिन शेयर बाजार में मुंह के बल गिरा था और निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होता है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है. इस फैसले का असर शेयर बाजार में भी देखने को मिला.