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हाई रिटर्न का झांसा देकर लोगों को लूट रहे हैं टेलिग्राम चैनल्स, कैसे तोड़ें शेयर बाजार का ये तगड़ा स्कैम

Telegram Stock Tips Scam: टेलीग्राम पर फर्जी शेयर मार्केट टिप्स देकर लोगों को ठगने वाला गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह लोगों को जल्द अमीर बनने का लालच देता है और फिर फर्जी वेबसाइटों के जरिए उनका पैसा हड़प कर लेता है.

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Edited By: India Daily Live
Stock Investment Tips

Telegram Stock Tips Scam: आपको जल्द अमीर बनाने का सपना दिखा रहे हैं? सावधान हो जाइए! टेलीग्राम पर एक गिरोह सक्रिय है जो फर्जी शेयर मार्केट टिप्स देकर लोगों को ठग रहा है. ये जालसाज "पिग-बुचरी" स्कैम चलाते हैं. ये लोगों को किसी टेलीग्राम चैनल में जोड़ते हैं जहां "गुरु" रोजाना के मुनाफे के बारे में पोस्ट करते हैं, शेयर मार्केट का "अध्ययन" करने के लिए स्टडी मटेरियल और बुकलेट्स शेयर करते हैं.

फंसने वाले को लगता है कि वह वाकई शेयर मार्केट में कमाई कर रहा है.  शुरुआत में कुछ सौ रुपये से ये निवेश का झांसा देकर रकम को लाखों तक पहुंचा देते हैं और फिर अचानक से सब गायब!

100 से ज्यादा स्कैमर्स को पुलिस ने पकड़ा

इस तरह के गिरोह सिर्फ टेलीग्राम पर ही नहीं बल्कि इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर भी सक्रिय हैं. पिछले एक साल में दिल्ली पुलिस ने ऐसे 100 से ज्यादा "इन्वेस्टमेंट स्कैमर्स" को पकड़ा है. ये जालसाज फर्जी वेबसाइट्स, ग्रुप्स और नकली शेयर मार्केट ऐप बनाकर जाल बिछाते हैं.  इनके पास टेक्निकल एक्सपर्ट होते हैं जो फर्जी वेबसाइट और ऐप बनाते हैं साथ ही डार्क वेब से खरीदे गए कॉन्टेक्ट लिस्ट पर धड़ाधड़ मैसेज भेजने के लिए लोग भी रखते हैं.

पुलिस ने बताया कैसे फंसाते हैं स्कैमर्स

ये मार्केटिंग टूल्स की मदद से शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखने वालों को ढूंढते हैं और फिर किसी नामी कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव बनकर उनसे संपर्क करते हैं.  शुरुआत में ये फ्री स्टॉक रिकमंडेशन और जल्दी पैसा कमाने के तरीके बताते हैं. फिर भरोसा जीतने के लिए "पूर्व अनुभव" का हवाला देते हुए "उनकी बताई गई शेयरों में थोड़े ही समय में 10-20% का फायदा हुआ" जैसे मैसेज दिखाते हैं. इस गिरोह में हर किसी की अपनी भूमिका होती है, कोई "फंड एडवाइजर" बनता है तो कोई "टेक्निकल एक्सपर्ट" या "स्टॉक मैनेजर" बनकर बातचीत करता है. कई बार ये एचडीएफसी, एसबीआई और आईसीआईसी जैसे बड़े बैंकों के एडवाइजर बनकर भी लोगों को फंसाते हैं.

साइबर सेल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'ये अपराधी मार्केटिंग टूल्स की मदद से उन लोगों को ट्रैक करते हैं जो शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखते हैं और फिर उनसे संपर्क करते हैं. वे खुद को किसी नामी फर्म के रिप्रेजेंटेटिव बताते हैं. शुरुआत में, वे फ्री स्टॉक रिकमंडेशन और जल्द अमीर बनने के लिए मार्केट में उतरने की सलाह देते हैं. आपको फंसाने के लिए ये कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं. ये आपको फ्री ट्रेनिंग देते हैं, कोई फर्जी और अचूक ट्रेडिंग सिस्टम दिखाते हैं, ज्यादा पैसा लगाने के लिए दबाव डालते हैं या फिर अनर्गल मुनाफे का वादा करते हैं. आपका भरोसा जीतने के लिए ये अक्सर "निजी अनुभव" का हवाला देते हैं, जैसे कि "हमने देखा है कि उनकी बताए गए शेयरों ने बहुत कम समय में 10-20% का मुनाफा कमाया है", "मैंने हर ट्रेड में मुनाफा कमाना शुरू कर दिया", "उनकी भविष्यवाणी लगभग हर बार सही साबित हुई", या " मैंने कम दाम में दोगुना मुनाफा कमाया.'

धीरे-धीरे पैसा बढ़वाते हैं स्कैमर्स

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार "इन गिरोहों के हर सदस्य की एक भूमिका होती है, चाहे वह 'फंड एडवाइजर', 'टेक्निकल एक्सपर्ट' या 'स्टॉक मैनेजर' ही क्यों न हो. कई मामलों में ये एजेंट HDFC, SBI और ICICI जैसे नामी बैंकों के सलाहकार बनकर लोगों को फंसाते हैं."

पुलिस के मुताबिक, इन स्कैमर्स द्वारा निवेश की रकम धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है. "इन्वेस्टमेंट" में जमा रकम पर अच्छा खासा मुनाफा दिखाया जाता है और ये जालसान अक्सर ग्रुप में सफलता की कहानियां भी शेयर करते हैं, साथ ही "भारी मुनाफा" कमाने वाले लोगों को सार्वजनिक रूप से बधाई देते हैं. लेकिन, जब पैसा जमा हो जाता है और आप उसे निकालना चाहते हैं, तो ये जालसाज फर्जी ट्रेडिंग रिकॉर्ड या सिग्नल दिखाना शुरू कर देते हैं.

पुलिस ने बताया बचने का तरीका

ज्यादा पैसा लगाने के लिए दबाव बनाने के लिए ये लोग हाई-प्रेशर सेल्स टैक्टिक्स का इस्तेमाल करते हैं. यही नहीं, वे पैसे निकालने में भी अड़चनें पैदा करते हैं या तकनीकी दिक्कतों का बहाना बनाते हैं, जिससे लोगों के लिए अपने पैसे वापस लेना मुश्किल हो जाता है. ये गिरोह अनियमित प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं, जहां वे फर्जी मुनाफा या घाटा दिखाकर हेरफेर कर सकते हैं और फिर अंत में इन्वेस्टर्स को धोखा देकर गायब हो जाते हैं.

जब आप पैसा निकालना चाहते हैं तो ये जालसाज झूठे ट्रेडिंग रिकॉर्ड दिखाते हैं या फिर तकनीकी दिक्कतों का बहाना बनाते हैं.  ये अनियमित प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं जिससे वो फर्जी मुनाफा या घाटा दिखाकर आपको फंसा सकें. अंत में ये गायब हो जाते हैं और आपका पैसा भी ले जाते हैं. टेलीग्राम और इंस्टाग्राम ऐसे फर्जी चैनलों से भरे पड़े हैं. इनके झांसे में जल्दी अमीर बनने की चाह रखने वाले लोग, हाउस वाइव्स और रिटायर्ड लोग आसानी से फंस जाते हैं.

इन बातों का रखें ध्यान

पुलिस ऐसे किसी भी अनवेरिफाइड चैनल को ज्वॉइन करने के खिलाफ चेतावनी देती है.  हर किसी पर आंख मूंदकर भरोसा करने की बजाय किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अच्छी तरह से जांच कर लें.  पुलिस का कहना है कि सबसे जरूरी है कि आप जिस व्यक्ति से बात कर रहे हैं उसकी पहचान को स्थापित करें और उनकी कंपनी का पता भी पता कर लें. पैसा लगाने से पहले इतनी सी सावधानी आपको ठगी से बचा सकती है.