नई दिल्ली: इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp हर महीने कई भारतीय अकाउंट्स को बैन कर रहा है. इस साल अक्टूबर तक हर महीने लगभग 9.8 मिलियन यानी 98 लाख भारतीय अकाउंट्स को बैन किया गया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने WhatsApp के नियमों को तोड़ा था. इससे सरकार और WhatsApp के बीच चिंताएं और चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
अधिकारियों का कहना है कि भारतीय फोन नंबरों का कई चीजों को लेकर इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें स्पैम, स्कैम और साइबर फ्रॉड शामिल हैं. इस समस्या को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया है. इसमें एक बड़ी समस्या यह है कि व्हाट्सऐप इस तरह के नंबरों की जानकारी शेयर नहीं करता है, जो इस तरह के गलत काम से जुड़े हों.
इसे लेकर भारत सरकार सख्त हो गई है. सरकार व्हाट्सऐप कंपनी से बात कर रही है और यह विचार कर रही है कि इस समस्या को कैसे रोका जाए. बता दें कि भारत व्हाट्सएप का सबसे बड़ा मार्केट है. यहां करोड़ों लोग इस प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करते हैं.
सरकारी अधिकारियों को स्कैमर्स और धोखेबाजों को ट्रैक करने में मुश्किल होती है. भारतीय सरकार अब WhatsApp के साथ मिलकर काम करने और प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी और गैर-कानूनी एक्टिविटिज को कम करने के तरीके ढूंढ रही है. बता दें कि कंपनी हर महीने रिपोर्ट पब्लिश करती है, जिसमें दिखाया जाता है कि वह अपने नियमों को तोड़ने के लिए कितने अकाउंट्स ब्लॉक करती है. ये बैन एक्टिविटी पैटर्न पर आधारित होते हैं जो गलत इस्तेमाल के बारे में बताते हैं, जिसमें स्पैम मैसेज भेजना, स्कैम चलाना या अन्य संदिग्ध व्यवहार शामिल हैं.
WhatsApp की लेटेस्ट कंप्लायंस रिपोर्ट के अनुसार, जून महीने में 98.7स लाख भारतीय अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया था. इनमें से 19.7 लाख अकाउंट्स को यूजर्स की शिकायत से पहले ही ऑटोमैटिक तौर पर बैन कर दिया गया था. हालांकि, WhatsApp का कहना है कि इससे प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल को रोकने में मदद मिलती है. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बैन ने इस प्रक्रिया की ट्रांसपेरेंसी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.
टू-स्टेप वेरिफिकेशन चालू करें. इसके लिए आपको सेटिंग्स पर जाना होगा. फिर अकाउंट पर जाकर टू-स्टेप वेरिफिकेशन पर जाएं और इसे इनेबल कर दें. फिर आपको 6 डिजिट का पिन डालनी होगी. यह हैकर्स को रोकता है, भले ही उन्हें आपका फोन नंबर या कोड मिल जाए.
WhatsApp कभी भी मैसेज या कॉल करके आपका 6 डिजिट का कोड नहीं मांगता है. अगर कोई आपसे इसे शेयर करने के लिए कहता है, तो यह एक स्कैम है. उन्हें इग्नोर करें और ब्लॉक करें.
अजनबियों या अनचाहे मैसेज से आए लिंक पर क्लिक न करें. वे आपको फेक साइट्स पर ले जा सकते हैं जो आपका अकाउंट चुरा सकती हैं.
लिंक्ड डिवाइस अक्सर चेक करते रहें. इसके लिए आपको सेटिंग्स पर जाना होगा फिर लिंक्ड डिवाइस पर जाएं.
अगर आपको कोई अनजान फोन या ब्राउजर दिखता है, तो उसे तुरंत लॉग आउट कर दें.