Trapit Bansal Joins Meta Superintelligence: ओपनएआई में काम करने वाले जाने-माने एआई रिसर्चर ट्रैपिट बंसल अब मेटा की सुपरइंटेलिजेंस लैब्स में शामिल हो गए हैं. यह टीम आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस बनाने की मेटा की बड़ी योजना का हिस्सा है. यह फ्यूचरिस्टिक एआई है. इस कदम के साथ, मेटा ओपनएआई, गूगल डीपमाइंड और एंथ्रोपिक जैसी टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ कॉम्पेटीशन करने की कोशिश में आगे बढ़ रहा है.
आखिर कौन हैं ट्रैपिट बंसल: ये आईआईटी कानपुर से ग्रैजुएट हैं. उनके पास मैथ्स और , उनके पास गणित और स्टैटिस्टिक में डिग्री है. साथ ही उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी पूरी की. उनके पास कटिंग-एज एआई रिसर्च में वर्षों का एक्सपीरियंस है. ये डीप लर्निंग, लैंग्वेज मॉडल और मेटा-लर्निंग पर केंद्रित है.
ट्रैपिट ने 2012 में भारत में एक्सेंचर में एक एनालिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया. फिर आईआईएससी बैंगलोर में एक अस्सिटेंट रिसर्चर के तौर पर काम किया. समय के साथ, उन्होंने फेसबुक, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई जैसी टॉप कंपनियों में इंटर्नशिप की. एआई, भाषा समझ और मशीन लर्निंग से जुड़ी कई परियोजनाओं पर काम किया. इसके बाद 2022 में, वह आधिकारिक तौर पर ओपनएआई में शामिल हो गए. उन्होंने "o1" को डेवलप करने में मदद की, जो शुरुआती एआई मॉडलों में से एक था.
बंसल अब मेटा सुपरइंटेलिजेंस लैब्स में शामिल हो गए हैं. ब्लूमबर्ग और द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, मेटा ओपनएआई, एंथ्रोपिक और डीपमाइंड से टॉप एआई रिसर्चर्स को नियुक्त कर रहा है. कई बार कंपनी ने चार वर्षों में $300 मिलियन तक के सैलरी पैकेज की भी पेशकश की है. बंसल को कितनी सैलरी दी जा रही है, यह अभी क्लियर नहीं हुआ है.
ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में कहा कि मेटा ने उनके कर्मचारियों को $100 मिलियन साइनिंग बोनस देने की कोशिश की. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि हमारे सबसे अच्छे लोगों में से किसी ने भी इसे स्वीकार नहीं किया. खबरों के अनुसार, मेटा में शामिल होने वाले अन्य शोधकर्ताओं में लुकास बेयर, अलेक्जेंडर कोलेसनिकोव, शियाओहुआ झाई, जैक रे और जोहान शाल्कविक शामिल हैं.