Spam Calls Blacklist: स्पैम कॉल की समस्या से निपटने के लिए एक TRAI ने एक कड़ा कदम उठाया है. ट्राई ने बल्क कनेक्शन का दुरुपयोग करने वाली संस्थाओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की घोषणा की है. नियामक ने टेलिकॉम ऑपरेटर्स रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल को निर्देश देते हुए कहा है कि पीआरआई या एसआईपी कनेक्शन के जरिए जो संस्थाएं स्पैम कॉल्स करती हैं उनकी सर्विसेज को डिस्कनेक्ट करना होगा. इन संस्थाओं को सभी ऑपरेटरों द्वारा दो साल तक के लिए ब्लैकलिस्ट भी किया जाएगा.
ट्राई, स्पैम कॉल की समस्या को हल करना चाहता है. ट्राई ने एक मैसेज शेयर किया है जिसमें कहा है, "जो संस्थाएं ऐसा कर रही हैं उन्हें 2 साल तक के लिए सभी ऑपरेटरों द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. साथ ही उनकी सभी सर्विसेज तो भी हटा दिया जाएगा. ब्लैकलिस्ट के दौरान किसी भी टीएसपी द्वारा कंपनी को नया टेलिकॉम रिसोर्स आवंटित नहीं किया जाएगा."
स्पैम कॉल पर कार्रवाई के अलावा, ट्राई ने यह भी आदेश दिया है कि अनवेरिफाइड यूआरएल या एपीके वाले सभी मैसेजेज को 1 सितंबर, 2024 से ब्लॉक कर दिया जाएगा. टेलिकॉम ऑपरेटर्स को इस तरह का सिस्टम लागू करने के लिए 31 अक्टूबर, 2024 तक की समयसीमा भी दी गई है.
ट्राई ने यह भी कहा है कि वॉयस कॉल/रोबो कॉल/प्री-रिकॉर्डेड कॉल के लिए पीआरआई/एसआईपी कनेक्शन का इस्तेमाल जो भी स्पैमर कर रहे हैं उन पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही कहा कि सभी कंपनियों ने स्पैम कॉल के खतरे को रोकने और समय सीमा के अंदर ट्राई के सभी निर्देशों को लागू करने के लिए पूरा सपोर्ट देने का वादा किया है.
ट्राई ने साफ कर दिया है कि वो स्पैम कॉल्स को बर्दाश्त नहीं करने वाला है और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. टेलिकॉम ऑपरेटरों को इस काम में पूरा सहयोग करने का वादा किया है.