menu-icon
India Daily

इंडियन IT कंपनी ने किया हैकिंग का दावा, अमेरिकी क्लाइंट ने थमाया 92 करोड़ से अधिक का नोटिस

भारतीय आईटी कंपनी के हैकिंग के दावों के बाद एक अमेरिकी क्लाइंट ने कोफोर्ज को 92 करोड़ रुपये से अधिक का नोटिस भेजा है . नोटिस भेजने वाला क्लाइंट उत्तरी अमेरिका का है. नोटिस में डेटा ब्रीच के कारण 11 मिलियन डॉलर से अधिक की क्षतिपूर्ति का दावा किया गया है. आईटी कंपनी कोफोर्ज ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
IT company Coforge
Courtesy: social media

भारतीय आईटी फर्म कोफोर्ज को नॉर्थ अमेरिकी क्लाइंट ने कथित डेटा ब्रीच के लिए 11 मिलियन डॉलर यानी 92 करोड़ रुपये से अधिक का नोटिस भेजा है. कोफोर्ज ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी पुष्टि की है. कोफोर्ज ने मूल रूप से पिछले साल अक्टूबर में अर्निंग कॉल में नोटिस का खुलासा किया था कि उसे क्लाइंट से क्षतिपूर्ति का नोटिस मिला था.

कोफोर्ज ने ये भी कहा कि वो क्षतिपूर्ति नोटिस के बारे में वकील के साथ चर्चा कर रहा है. कंपनी ने कहा कि कंपनी मध्यस्थता दावा समाधान के बारे में क्लाइंट की मांगों को अस्वीकार करने का इरादा रखती है क्योंकि, हमारे विचार में ये रकम उचित रूप से क्षतिपूर्ति के अधीन नहीं है.

कंपनी ने ये भी कहा कि वो किसी मुकदमे या मध्यस्थता कार्यवाही में पक्ष नहीं है और ऐसा कोई न्यायाधिकरण, न्यायालय या एजेंसी नहीं है, जहां उसके खिलाफ कोई मुकदमा या मध्यस्थता कार्यवाही दायर की गई हो. कोफोर्ज ने कहा कि कंपनी नियमित रूप से क्लाइंट को सेवाएं प्रदान करना जारी रखेगी और इससे क्लाइंट से प्राप्त रेवेन्यू पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

नोटिस में क्या-क्या लिखा है?

कोफोर्ज ने कहा कि उसे एक उत्तरी अमेरिकी क्लाइंट से एक नोटिस मिला है जिसमें 11 मिलियन डॉलर (92 करोड़ रुपये) से अधिक की राशि का दावा किया गया है. भारतीय आईटी कंपनी ने कहा कि क्लाइंट कथित डेटा उल्लंघन पर कुछ मध्यस्थता दावेदारों के साथ सैद्धांतिक रूप से किए गए समझौतों के लिए 7,597,780 डॉलर की राशि के लिए क्षतिपूर्ति का दावा कर रहा है.

कंपनी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को सूचित किया कि कुछ अतिरिक्त दावेदारों की मांगों के निपटान के लिए 4,276,800 डॉलर का संभावित दावा है, जिनके साथ क्लाइंट अभी तक सैद्धांतिक रूप से किसी समझौते पर नहीं पहुंचा है.