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किस आफत में फंसा है Google, ऐसे प्रोटेस्ट से कहीं Twitter जैसा न हो जाए हाल?

Google Lays Off 20 Employees: Google ने अपने 20 और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है क्योंकि ये कर्मचारी प्रोजेक्ट निंबस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. चलिए जानते हैं इसके बारे में. 

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Shilpa Srivastava

Google Lays Off 20 Employees: Google के 20 इम्प्लॉयज पर गाज गिरी है. दरअसल, कंपनी ने इजराइली सरकार के साथ एक क्लाउड कंप्यूटिंग कॉन्ट्रैक्ट (Project Nimbus) किया था जिसका विरोध ये सभी इम्प्लॉयज कर रहे थे. इसी विरोध के चलते इन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. बता दें कि 16 अप्रैल को इन कर्मचारियों ने न्यूयॉर्क और सनीवेल ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. एक्टिविस्ट ग्रुप नो टेक फॉर एपरथाइड के अनुसार,Google ने इस हफ्ते लगभग 20 और कर्मचारियों को निकाल दिया. अब तक कंपनी 50 लोगों को निकाल चुकी है. 

Google के सीईओ का क्या है कहना: कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि उन्होंने इम्प्लॉयेज को ये याद दिलाया था कि अगर कंपनी किसी मुद्दे को लेकर ओपन डिबेट करती है तो इसका ये मतलब नहीं है कि कर्मचारी अपनी लिमिट भूल जाएं. उन्होंने लोगों से कहा था कि वो काम के समय ये पॉलिटिक्स न करें और सिर्फ काम पर ही ध्यान दें. यह कंपनी के लिए बेहद मुश्किल समय है. सुंदर पिचाई ने आगे कहा था कि ये काम करने की जगह है और यहां पर ऐसा कुछ न किया जाए जो दूसरा इम्प्लॉय को असुरक्षित महसूस न कराएं. 

क्या है Project Nimbus? 
प्रोजेक्ट निंबस इजारयली सरकार और सेना का एक क्लाउड कंप्यूटिंग कॉन्ट्रैक्ट है. इसके लिए इजरायल ने गूगल के साथ 1.2 लाख अरब डॉलर का समझौता किया है और दोनों ने हाथ मिलाया था. 

Google इम्प्लॉयस इस प्रोजेक्ट के विरोध में क्यों हैं? 
गूगल कर्मचारियों के इस बात से ऐतराज है कि कंपनी ने इजरायल के साथ हाथ मिलाया है जो गाजा को लेकर जेनोसाइड के मामले का सामना कर रहा है. इन कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें ये जानने का पूरा हक है कि उनके लेबर्स को किस तरह से इस्तेमाल किया जाएगा. उन्हें इस प्रोजेक्ट के बारे में कुछ नहीं पता है और उन्हें डर है कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल गलत काम या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. सिर्फ गूगल ही नहीं बल्कि अमेजन और फेसबुक के कर्मचारियों में भी इसे लेकर काफी तनातनी है. 

गूगल में स्टाफ सॉफ्टवेयर इंजीनियर टीना वाचोव्स्की ने कहा, "जब आपको ये पता है कि आपकी कंपनी इजरायली सरकार को ऐसे प्रोडक्ट उपलब्ध करा रही है जो उसे फिलिस्तीन में अत्याचार करने में मदद कर रहे हैं, तो आप काम करने में एक्साइटमेंट नहीं दिखा सकते हैं."

अमेरिका के न्यूज आउटलेट द इंटरसेप्ट की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, Google इजराइल को कई एडवांस AI कैपेबिलिटीज उपलब्ध करा रहा है जो प्रोजेक्ट निंबस के तहत फेशियल रिक्गनीशन और ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग के लिए डाटा इक्ट्ठा कर सकता है.

Google को निकालना चाहिए हल: जिस तरह से कंपनी के खिलाफ प्रोटेस्ट बढ़ रहे हैं, उस तरह से कंपनी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कर्मचारियों को नौकरी से निकालना कोई हल नहीं है और अगर ऐसा ही चलता है रहा तो वो दिन दूर नहीं जब गूगल की हालत ट्विटर की तरह हो जाए. एक बार एलन मस्क ने अपना एक्यूजीशन पूरा करने के लिए 75 फीसद लोगों को नौकरी से निकाल दिया था और फिर उन्हें भारी मात्रा में कर्मचारियों के प्रोटेस्ट का सामना करना पड़ा था. 

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