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Google के नए अपडेट बैंकिंग घोटालों से करेंगे आपको प्रोटेक्ट, बस जानिए कैसे करेगा ये काम

गूगल एक महत्वपूर्ण एंड्रॉइड सुरक्षा अपग्रेड पेश कर रहा है. इसका उद्देश्य बढ़ते फ़ोन घोटालों, खासकर वित्तीय लेनदेन के दौरान, से निपटना है.

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Edited By: Reepu Kumari
Google's new updates will protect you from banking scams
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: फोन पर होने वाले बैंकिंग फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे हैं, और इसी खतरे के बीच गूगल ने एंड्रॉइड सुरक्षा को एक नए स्तर पर ले जाने का फैसला किया है. कंपनी अब ऐसे वक्त यूज़र की रक्षा करेगी, जब वह सबसे ज्यादा जोखिम में होता है.

अक्सर स्कैमर्स बैंक अधिकारी बनकर कॉल करते हैं और यूज़र को तुरंत किसी पेमेंट ऐप में लॉगिन करने का दबाव डालते हैं. गूगल का नया फीचर ऐसे ही संवेदनशील पलों में चेतावनी देकर धोखाधड़ी रोकने में मदद करेगा.

यह सुविधा कैसे काम करती है?

जैसे ही एंड्रॉयड किसी जोखिमपूर्ण संयोजन का पता लगाता है, अपडेट किया गया सुरक्षा उपाय तुरंत क्रियान्वित हो जाता है;

• आप किसी ऐसे नंबर से कॉल पर हैं जो आपके संपर्कों में सेव नहीं है

• आप एक समर्थित वित्तीय ऐप खोलते हैं

अगर दोनों एक लाइन में हों, तो फोन तुरंत एक चमकदार, पूरी स्क्रीन पर चेतावनी दिखाता है, जो असल में कहती है, 'रुको, कुछ गड़बड़ लग रही है.' एक ही टैप से, आप कॉल खत्म कर सकते हैं या स्क्रीन शेयरिंग ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे स्थिति बिगड़ने से पहले ही आपको बाहर निकलने का रास्ता मिल जाएगा.

30 सेकंड की देरी का विकल्प

अगर आप जारी रखने पर अड़े रहते हैं, तो इसमें 30 सेकंड की देरी का विकल्प भी है, जो एक चतुराई भरा कदम है. गूगल के अनुसार, यह छोटा टाइम-आउट जानबूझकर किया गया है, इसका उद्देश्य स्कैमर्स द्वारा आमतौर पर पैदा की जाने वाली घबराहट या दबाव को कम करना है. कई पीड़ितों को पैसे गायब होने के बाद ही पता चलता है कि कुछ गड़बड़ है, इसलिए यह विराम उपयोगकर्ताओं को सांस लेने और सोचने का मौका देता है.

गूगल के रोलआउट में भारत की अहम भूमिका

गूगल ने अपने ब्लॉगपोस्ट में बताया कि भारत इस सुविधा का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने वाले पहले क्षेत्रों में से एक है. यह रोलआउट गूगल पे, नवी और पेटीएम के साथ साझेदारी में हो रहा है. जैसा कि कंपनी ने बताया, एंड्रॉइड 11 और उसके बाद के वर्ज़न पर चलने वाले डिवाइस अब अनजान कॉलर के साथ स्क्रीन शेयर करते समय इनमें से किसी भी ऐप को खोलने पर यूज़र्स को चेतावनी देंगे.

गूगल ने क्या कहा?

यह सुविधा सिर्फ़ प्रायोगिक नहीं है, बल्कि इसने अपनी उपयोगिता साबित कर दी है. गूगल का कहना है कि ब्रिटेन में इसी तरह के एक पायलट प्रोजेक्ट ने हज़ारों लोगों को समय रहते स्कैम कॉल्स से बाहर निकलने में मदद की. उस सफलता के बाद, कंपनी ने ब्रिटेन के ज़्यादातर बड़े बैंकों को भी इस सुविधा का लाभ दिया है, और ब्राज़ील और भारत में भी नए पायलट प्रोजेक्ट चल रहे हैं.