नई दिल्ली: दुनियाभर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने वाले स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने अपने यूजर्स को प्रभावित करने वाला एक अहम बदलाव किया है. कंपनी ने मोबाइल डिवाइस से टीवी और अन्य स्ट्रीमिंग डिवाइस पर कास्टिंग सपोर्ट हटाने की घोषणा की है. यह फीचर उन दर्शकों के लिए बेहद उपयोगी था जो बिना ऐप इंस्टॉल किए ही अपने स्मार्टफोन से बड़े स्क्रीन पर कंटेंट चलाते थे. नए फैसले के बाद अब टीवी पर नेटफ्लिक्स ऐप इंस्टॉल करना अनिवार्य हो जाएगा.
नेटफ्लिक्स ने अपने सपोर्ट पेज पर जानकारी देते हुए कहा कि अब मोबाइल ऐप से अधिकांश टीवी और टीवी-स्ट्रीमिंग डिवाइस पर कंटेंट कास्ट करना संभव नहीं होगा. इसमें Chromecast और Google TV जैसे लोकप्रिय डिवाइस भी शामिल हैं. कंपनी ने इस बदलाव के पीछे कोई तकनीकी कारण नहीं बताया, पर घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने नाराजगी जाहिर की.
कास्टिंग की मदद से दर्शक अपने फोन में चल रहे शो या फिल्म को एक ही टैप में बड़े डिस्प्ले पर देख पाते थे. इस प्रक्रिया में टीवी पर ऐप इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं पड़ती थी. सीमित स्टोरेज वाले पुराने स्मार्ट टीवी के लिए यह सुविधा खासतौर पर फायदेमंद थी.
फीचर हटने के बाद नेटफ्लिक्स देखने के लिए यूजर्स को अपने टीवी पर आधिकारिक ऐप इंस्टॉल करना होगा. स्मार्टफोन अब केवल ब्राउज़िंग और प्लेबैक कंट्रोल के लिए उपयोग नहीं होगा. टीवी का रिमोट अब प्लेटफॉर्म का मुख्य माध्यम बन जाएगा. कंपनी का कहना है कि आगे से सभी नेविगेशन और प्ले कमांड टीवी ऐप के माध्यम से ही काम करेंगे.
कई यूजर्स के अनुसार कास्टिंग फीचर एक्सेसबिलिटी के लिहाज से भी आसान था. लोग फोन पर तेजी से सर्च करके सीधे स्क्रीन पर कंटेंट प्ले करते थे. बिना रिमोट उठाए ही पूरा कंट्रोल उपलब्ध रहता था. फीचर हटने से यह सरलता खत्म हो जाएगी और टीवी रिमोट की निर्भरता बढ़ेगी.
कई लोगों ने प्लेटफॉर्म पर शिकायत की है कि बिना किसी चेतावनी के यह सुविधा हटाना उपभोक्ताओं के लिए असुविधाजनक है. वहीं कुछ यूजर्स इसे तकनीकी बदलाव का सामान्य हिस्सा मान रहे हैं. कंपनी ने स्पष्ट किया है कि आगे भी टीवी पर नेटफ्लिक्स देखने का सबसे विश्वसनीय तरीका ऐप का उपयोग ही रहेगा.