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India Daily

उत्तराखंड में आदि कैलास मार्ग से आया लैंडस्लाइड का दिल दहला देने वाला वीडियो, चंद सेकेंड में धराशायी हुआ पहाड़

उत्तराखंड के सीमांत पिथौरागढ़ जिले में लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. रविवार देर रात हुए भारी भूस्खलन से थल–पिथौरागढ़ मार्ग समेत दो दर्जन से अधिक सड़कें बंद हो गईं. 

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Edited By: Kuldeep Sharma
Landslide
Courtesy: x

पिथौरागढ़ जिले में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. सामान्य से कम बारिश के बावजूद कुछ विशेष इलाकों में लगातार हो रही तेज बरसात ने आपदा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. रविवार की रात से हो रही भारी वर्षा ने जिले की प्रमुख सड़कों को ठप कर दिया है. खासकर थल–पिथौरागढ़ मार्ग पर भूस्खलन से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

रविवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ियों से भारी मात्रा में मलबा गिरा, जिससे थल–पिथौरागढ़ मोटर मार्ग थल से करीब 600 मीटर आगे बंद हो गया. लैंडस्लाइड का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो  में साफ देखा जा सकता है कि कैसे चंद सेकेंडों में पहाड़ धराशायी हो गया. साथ ही सड़क पर आकर मलवा जमा हो गया. 

सड़क पर लगी वाहनों की कतार

मार्ग बंद होने से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. जिला प्रशासन ने तुरंत जेसीबी और अन्य मशीनरी लगाकर मलबा हटाने का काम शुरू कराया, लेकिन लगातार बरसात से राहत नहीं मिल पा रही है. इस बीच, यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है.

कई अन्य सड़कें भी बंद

बारिश से थल–बेरीनाग मोटर मार्ग में बरड बैंड के पास भूस्खलन हुआ, जिससे मार्ग ठप हो गया है. वहीं, पांखू–कोटमन्या मोटर मार्ग में प्रेमनगर के पास मलबा आने से यातायात बंद है. थल–लेजम मार्ग पर भी पहाड़ी धंसने से सड़क की दीवार टूट गई और मलबा गोल गांव में एक मकान तक जा पहुंचा. थल–मुनस्यारी मार्ग और जौलजीवी–धारचूला मार्ग भी मलबे से बंद हो गए हैं. लगातार हो रहे भूस्खलनों ने लोगों के घरों और संपत्तियों को भी खतरे में डाल दिया है.

आदि कैलाश यात्रा पर असर

थल–पिथौरागढ़ मार्ग और अन्य सड़कों के बाधित होने से आदि कैलाश यात्रा पर भी सीधा असर पड़ा है. यात्रा का दूसरा चरण आज सोमवार 15 सितंबर से शुरू होना था, लेकिन मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया. इस यात्रा के लिए दिल्ली निवासी दंपति चंद्रनारायण अग्रवाल और उनकी पत्नी ममता अग्रवाल पहले ही पिथौरागढ़ पहुंच चुके थे, जबकि दो अन्य यात्री भी शामिल होने वाले थे. यात्रा 31 अक्टूबर तक चलनी थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने इसे टाल दिया है.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. खासकर पिथौरागढ़ और आसपास के क्षेत्रों में भूस्खलन और चट्टानें गिरने का खतरा अधिक बताया गया है. धारचूला के एसडीएम ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है. अभी तक आदि कैलाश यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट भी जारी नहीं किए गए हैं. ऐसे हालात में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती बन गया है.