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India Daily

School Closed: हिमालयी राज्यों में भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ का खतरा, उत्तराखंड- जम्मू में स्कूलों को बंद करने का आदेश

उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में इन दिनों भारी बारिश ने तबाही मचा राखी है. मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों राज्यों में प्रशासन ने 1 सितंबर को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है.

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Edited By: Garima Singh
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School Closed: उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में इन दिनों भारी बारिश ने तबाही मचा राखी है. मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों राज्यों में प्रशासन ने 1 सितंबर को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि जम्मू में भी भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है.

नैनीताल, चमोली, ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, चम्पावत, उत्तरकाशी जिलों में मौसम विभाग ने भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है. जिसके चलते जिलाधिकारियों ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इन सभी जिलों के कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को 1 सितंबर 2025 को बंद रखने का निर्देश दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, 31 अगस्त और 1 सितंबर को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन 2 सितंबर तक कई इलाकों में 'अत्यधिक भारी' बारिश हो सकती है.

देहरादून में भी स्कूल रहेंगे बंद

देहरादून जिले में भी भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने 1 सितम्बर, सोमवार को देहरादून जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है.

जम्मू में भूस्खलन और बाढ़ का प्रकोप

जम्मू डिवीजन में भी स्थिति चिंताजनक है. लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 1 सितंबर को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. जम्मू के स्कूल शिक्षा निदेशक नसीम जावेद चौधरी ने कहा, "पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश और भूस्खलन को ध्यान में रखते हुए और छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, यह आदेश दिया जाता है कि जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल 01-09-2025 (सोमवार) को बंद रहेंगे." अगस्त के मध्य से जम्मू के पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं. विशेष रूप से 26-27 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश ने निचले इलाकों में भारी तबाही मचाई, जिससे संपत्ति का व्यापक नुकसान हुआ.

कई इलाकों में भारी नुकसान 

भारी बारिश ने जम्मू में भारी नुकसान पहुंचाया है. किश्तवाड़, कठुआ, रियासी और रामबन जिलों में 14 अगस्त से अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर तीर्थयात्री शामिल हैं. 120 से अधिक लोग घायल हुए हैं, और 33 लोग अभी भी लापता हैं. रियासी और रामबन में बादल फटने और बाढ़ के कारण अगस्त में मृतकों की संख्या बढ़कर 122 हो गई है.