Uttarakhand News: सोमवार रात सोशल मीडिया पर एक धार्मिक पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देहरादून में हालात बिगड़ गए. करीब 500 लोगों की भीड़ सड़क पर जमा हो गई और नारेबाजी करने लगी. हालात पर काबू पाने के लिए कई थानों की पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज भी किया. सड़क जाम होने से कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी छात्र की टिप्पणी वायरल होने के बाद हालात बिगड़ गए. इसके बाद यह व्हाट्सएप के जरिए कई लोगों तक पहुंच गई. करीब 500 लोगों की भीड़ बाजार चौकी पर जमा हो गई और नारेबाजी करने लगी. पुलिस ने उन्हें शांतिपूर्वक समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने.
#देहरादून में पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ मुस्लिमों ने जुलूस निकाला..पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ खदेड़ी..#dehradun pic.twitter.com/xdYLCRtMnI
— News Art (न्यूज़ आर्ट) (@tyagivinit7) September 30, 2025Also Read
आखिरकार कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया गया. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए देर रात तक इलाके में पुलिस तैनात रही. एसएसपी ने सभी से सोशल मीडिया पर किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाने की अपील की. लाठीचार्ज के बाद, पुलिस ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान भी चलाया. पटेल नगर सीबीएस इंस्पेक्टर ने बताया कि कुछ इलाकों में निवासियों को शांति बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई. साथ ही, हंगामा करने वालों को मौके पर ही समझाइश दी गई.
सोमवार को पटेल नगर थाने की बाजार चौकी के बाहर जाम लग गया. रात 9 बजे से 10:30 बजे तक जाम लगा रहा, जिससे निवासियों को परेशानी हुई. सीओ कंधारी ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच की जा रही है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
इस बीच, मुस्लिम सेवा संगठन के मीडिया प्रभारी रमीज राजा ने कहा कि सभी की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करना सभी की जिम्मेदारी है. उन्होंने लोगों से समाज में शांति, भाईचारा और आपसी सद्भाव बनाए रखने की अपील की. हालांकि, अभद्र टिप्पणी या अपमानजनक शब्द बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. हम संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए ऐसी हरकतों का विरोध करते हैं. प्रशासन को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.