Sambhal Mandir Masjid: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी (सपा) का 11 सदस्यीय एक डेलिगेशन जिले में पहुंचा. यह डेलिगेशन जामा मस्जिद हिंसा में मारे गए युवकों के परिवारों से मिलने के लिए वहां पहुंचा. सपा का यह डेलिगेशन पीड़ितों को सांत्वना देने के साथ-साथ उन्हें 5 लाख रुपये का चेक भी सौंप रहा है. इस मौके पर सपा नेताओं ने इस हिंसा को लेकर अपना गुस्सा और चिंता जाहिर की और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति जताई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस 11 सदस्यीय डेलिगेशन में कई प्रमुख सपा नेता शामिल हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव, और 5 सांसदों के साथ-साथ 3 विधायक भी इस डेलिगेशन का हिस्सा हैं. इसके अलावा, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव, कैराना की सांसद इकरा हसन, संभल विधायक इकबाल महमूद, असमोली सपा विधायक पिंकी यादव, गुन्नौर सपा विधायक राम खिलाड़ी यादव, सपा जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी, और पूर्व जिलाध्यक्ष फिरोज खान भी इस डेलिगेशन में शामिल हैं.
संभल पहुँचा सपा का डेलीगेशन
— Sarita Tiwari (@saritatiwariuk) December 30, 2024
पीड़ितों परिवारों को 5-5 लाख की आर्थिक मदद
डेलिगेशन में संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, माता प्रसाद पांडे , इकरा हसन, विधायक नवाब इकबाल महमूद, विधायक कमाल अख्तर , विधायक पिंकी यादव और लाल बिहारी यादव शामिल #Sambhal pic.twitter.com/68m6okhmQu
सपा डेलिगेशन ने पीड़ितों को दिया चेक
सपा का यह कदम हिंसा के शिकार परिवारों को आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ उन्हें यह संदेश देने के रूप में देखा जा रहा है कि पार्टी उनके साथ खड़ी है. इस दौरान सपा डेलिगेशन पीड़ितों को 5-5 लाख का चेक सौंप रहा है. इसके जरिए पार्टी यह भी दर्शा रही है कि वह इस मामले में पूरी तरह से सक्रिय है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती है.
माता प्रसाद पांडे ने योगी सरकार पर बोला हमला
इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. माता प्रसाद ने कहा कि मंदिर और मसजूद में सर्वे के नाम पर छेड़छाड़ क्यों की जा रही हैं. संभल में हुई हिंसा सरकार द्वारा प्रायोजित थी. संभल हिंसा में पांच लोगों की हत्या की गई. यह हत्या पुलिस के द्वारा की गई है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि मालखाने में रखे असलहे से पुलिस यह काम करती है. इस हत्या की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई. साथ ही उन्होंने कहा कि संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ गलत तरीके से मुकदमा दर्ज किया गया है. घटना वाले दिन वे बेंगलुरु में थे.