आम आदमी पार्टी (AAP) के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को नष्ट करने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि “योगी सरकार शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली है, जनता 2027 में सत्ता से बाहर करेगी.” सिंह ने सरकार की नीतियों को शिक्षा विरोधी करार देते हुए तीखा हमला बोला.
स्कूल बंद, शराब की दुकानों की बाढ़
संजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 27,000 से अधिक सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं, और अब 5,000 और स्कूलों को बंद करने की योजना है. उन्होंने कहा, “बच्चों से किताबें छीनकर बोतल थमा रही है योगी सरकार.” आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 27,308 शराब की दुकानें खुली हैं, जबकि शिक्षा पर प्रति छात्र खर्च राष्ट्रीय औसत 12,768 रुपए से कम, मात्र 9,167 रुपए है. सिंह ने तंज कसते हुए कहा, “यूपी का भविष्य सरकार ने शराब के ठेकों में नीलाम किया.”
शिक्षकों की कमी, स्कूलों की बदहाली
संजय सिंह ने बताया कि प्रदेश में 1.93 लाख प्राथमिक, 3,872 माध्यमिक और 8,714 वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षकों के पद खाली हैं. उन्होंने पूछा, “शिक्षकों की 2 लाख से ज़्यादा वैकेंसी पर योगी सरकार खामोश क्यों है?” कई स्कूलों में एकमात्र शिक्षक पूरे स्कूल को संभाल रहा है. प्रयागराज में 633 स्कूलों की इमारतें जर्जर और खतरनाक हैं. सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर स्कूलों को बर्बाद कर रही है, जिससे बच्चों की संख्या घट रही है.
‘स्कूल बचाओ आंदोलन’ की शुरुआत
आम आदमी पार्टी ने ‘मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए’ के नारे के साथ ‘स्कूल बचाओ आंदोलन’ शुरू किया है. संजय सिंह ने कहा कि यदि सरकार ने शिक्षक भर्ती और स्कूलों की मरम्मत नहीं की, तो आप इस मुद्दे को सड़क से सदन तक उठाएगी. “हम गांव-गांव जाकर जनता को बताएंगे कि योगी सरकार बच्चों से किताबें छीनकर शराब की बोतल थमा रही है.”