शिक्षा का स्थान हमेशा ज्ञान और संस्कार देने वाला माना जाता है, लेकिन अलीगढ़ की इस घटना ने इस विश्वास को गहरी चोट पहुंचाई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 50 वर्षीय प्रधानाचार्य शकील अहमद पर आरोप है कि उसने 7वीं कक्षा की 11 साल की छात्रा से यौन शोषण किया और डराने-धमकाने की कोशिश की. यह मामला सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब गुरु ही रक्षक की जगह भक्षक बन जाए तो बच्चों की सुरक्षा आखिर कौन करेगा.
अतरौली क्षेत्र के इस स्कूल की छात्रा ने पुलिस को बताया कि प्रधानाचार्य शकील अहमद लंबे समय से उसके साथ गलत हरकतें करता था. विरोध करने पर वह उसे परीक्षा में फेल करने की धमकी देता था. इतना ही नहीं, उसने बच्ची से यह तक कह दिया कि वह उससे बहुत प्यार करता है और शादी करना चाहता है. इन शर्मनाक हरकतों ने छात्रा का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया और वह चुपचाप सहने लगी.
23 अगस्त की शाम बच्ची जब घर लौटी तो बेहद उदास और थकी हुई थी. मां ने कारण पूछा तो वह रो पड़ी और पूरी घटना बताई. बच्ची ने कहा कि प्रधानाचार्य उसके साथ गलत काम करता है और शादी की बातें करता है. यह सुनकर मां के पैरों तले ज़मीन खिसक गई. मां ने बिना देर किए पहले शिक्षा विभाग और फिर पुलिस को इसकी सूचना दी. उनका कहना था कि अगर वह चुप रहतीं तो बच्ची का भविष्य हमेशा के लिए अंधकार में चला जाता.
मां की शिकायत पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने तत्काल जांच शुरू की. प्रारंभिक जांच में प्रधानाचार्य शकील अहमद दोषी पाया गया. इसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया. बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि विभागीय जांच भी जारी है और दोष साबित होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. इस कदम से पीड़िता और अन्य अभिभावकों को थोड़ी राहत मिली कि शिक्षा विभाग ने तुरंत संज्ञान लिया.
अतरौली डीएसपी राजीव द्विवेदी ने बताया कि आरोपी प्रधानाचार्य शकील अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसके बयान दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है. अधिकारी का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे. इस घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया है और लोगों की मांग है कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में कड़े नियम लागू किए जाएं.