Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश अपनी एक अलग पहचान रखता है, क्योंकि यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं. ताजा हालातों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच टक्कर है. इसके अलावा यूपी में कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जो हॉट सीटें हैं. इन्हीं में से एक रामपुर लोकसभा सीट है. इस सीट को लेकर पार्टियों की बात तो छोड़िए, खुद सपा में असमंजस की स्थिति है.
जेल में बंद सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने इस सीट को लेकर एक बड़ी बात कही है. उन्होंने एक लेटर के जरिए कहा है कि रामपुर से सिर्फ अखिलेश यादव ही चुनाव लड़ें. अगर वे चुनाव नहीं लड़ते को कार्यकर्ता चुनाव का बहिष्कार करेंगे. हाल ही में रामपुर के सपा जिलाध्यक्ष, विधायक और पार्टी नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें आजम खान के पत्र का हलावा देते हुए अपनी बात रखी गई है. साथ ही कहा है कि कल यानी 27 मार्च को राम में पर्चा भरने का आखिरी दिन है.
सपा नेता आजम खान ने अपने पत्र में लिखा है कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. रामपुर का चुनाव पहले चरण में ही है. हर किसी की निगाह प्रत्याशी की घोषणा पर है. हम भी पिछले 40-50 वर्षों से इस चुनाव में भागीदार रहे हैं, लेकिन हमारे लिए चुनाव सिर्फ नहीं चुनाव नहीं बल्कि गरीबों, मजदूरों, युवाओं और विशेषकर आने वाली नस्लों का भविष्य सुधारना रहा है.
आजम खान ने कहा कि आज उसी की सजा हमको मिल रही है. पार्टी के साथी और हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों मे जिंदगी के दिन काट रहा है. पिछले कुछ समय में रामपुर को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी गई. हजारों बेगुनाह लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए गए और जेलों में डाला गया. पुलिस ने रामपुर को खूब लूटा और महिलाओं को अपमानित किया. उन्होंने कहा कि रामपुर की आम जनता के साथ अन्याय किया गया. पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है.
रामपुर की ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था. हमारा विचार था कि इन हालातों में राष्ट्रीय अध्यक्ष का रामपुर से चुनाव लड़ना जरूरी है. हम समझते हैं कि कन्नौज, आजमगढ़, बदायूं, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद सीटों का जीतना जरूरी है. इन सबके बाद रामपुर आता है.