Lakhimpur Kheri News Video: गैंगस्टर के आरोपी रामचन्द्र मौर्य की कथित पुलिस पिटाई के कारण मौत के बाद, उनके परिजनों को समझाने के लिए पहुंचे सीओ पीपी सिंह का वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बन गया है. इस वीडियो में सीओ ने परिजनों से कहा, "न तो पूरा थाना निलंबित होगा, न कोतवाली, और न ही उन्हें 30 लाख रुपये मिलेंगे." इससे पहले मंगलवार को दरोगा और परिवारवालों के बीच जमकर बहुस हुई थी. दरोगा ने कहा था कि पूरे गांव को हत्या के आरोप में जेल भेंजूगां. उसका वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यूपी:लखीमपुर खीरी में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के मामले में आक्रोशित ग्रामीण ट्रेक्टर ट्रॉली पर सवार होकर हाईवे जाम करने जा रहे थे,पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया,इंस्पेक्टर बोले पूरे गांव पर मुकदमा लिखूंगा, मैं तो कल से तेल लगा रहा हूं।@SachinGuptaUP @Uppolice pic.twitter.com/VpJS03P61G
— Zameer Ahmad (@zameerahmad_lmp) January 7, 2025
इस पहले मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ था. परिजनों ने चक्का जाम करने की कोशिश की थी. जिस दौरान मझगई थाने के दरोगा का वीडियो वायरल हुआ था. मंगलवार को प्रभारी निरीक्षक मझगईं दयाशंकर द्विवेदी और ग्रामीणों के बीच जमकर बहस हुई. उन्होंने कहा कि पूरे गांव पर हत्या का मुकदमा लिखूंगा और सबको जेल भेजूंगा.
रामचंद्र मौर्य की सोमवार को पुलिस की हिरासत में मौत हो गई थी, जिसका आरोप उनके परिवारवाले पुलिस की पिटाई पर लगा रहे हैं. इसके बाद, मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया. परिवारवालों का कहना है कि रामचंद्र की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. वहीं पुलिस का कहना है कि छापेमारी के दौरान रामचंद्र मौर्य भाग रहे थे और इसी दौरान हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. पुलिस का यह भी कहना है कि रामचंद्र शराब तस्करी में शामिल था
#PPS पीपी सिंह CO का #वीडियो_वायरल !!🤔
— Dr.Ahtesham Siddiqui (@AhteshamFIN) January 8, 2025
📍"ना तो मझगई थाना सस्पेंड हो, ना निघासन थाना सस्पेंड हो, ना तुझे 30 लाख रुपए दें। तेरे पे जितने दिन रखना है, रख ले डेडबॉडी को। हम यहां से जा रहे हैं"#लखीमपुर_खीरी में पुलिस पिटाई से एक व्यक्ति रामचंद्र मौर्य की मौत का आरोप परिजन लगा रहे… pic.twitter.com/8mhQBpg6DJ
रामचंद्र मौर्य के परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि पिटाई के कारण उनकी मौत हुई है. अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार परिवार वालों ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिए जाने पर अंतिम संस्कार कर दिया है. दो दिन से वह अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे. परिजन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सीओ पीपी सिंह ने मंगलवार रात परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उनका बयान विवादों में आ गया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला है.