menu-icon
India Daily

पुरुषों का हेयर ट्रांसप्लांट करने वाली महिला ने एक नहीं दो इंजीनियरों की ली जान, डॉक्टर अनुष्का की काली करतूत आई सबके सामने

इंजीनियर का नाम विनीत बताया जा रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर अनुष्का पर एक और गंभीर आरोप लगा है.

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
Kanpur Doctor Anushka Tiwari did hair transplant and took lives of two engineers
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां हेयर ट्रांसप्लांट करने वाली एक महिला डॉक्टर पर दो लोगों की जान लेने के आरोप लगे हैं. दोनों ही इंजीनियर थे. अब मृतकों के परिजनों ने डॉक्टर अनुष्का अनुष्का तिवारी पर मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस से सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. 

बीते दिनों महिला डॉक्टर ने एक इंजीनियर का हेयर ट्रांसप्लांट किया था, जिसके बाद उस मरीज की तबियत इतनी बिगड़ी की उसकी जान चली गई. ट्रांसप्लांट के बाद पूरे चेहरे पर सूजन की शिकायत आई थी. इंजीनियर का नाम विनीत बताया जा रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर अनुष्का पर एक और गंभीर आरोप लगा है.

एक और मामला आया सामने

फर्रुखाबाद की रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे इंजीनियर मयंक कटिहार की मां प्रमोदिनी कटिहार ने आरोप लगाया कि उनके बेटे मयंक ने 18 नवंबर 2024 को डॉक्टर अनुष्का की क्लीनिक से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. इलाज के बाद उसकी तबियत बहुत खराब हो गई. उसे तेज बुखार आ रहा था. दर्द से कराह रहा था. पूरा चेरा सूज गया था. मयंक ने डॉक्टर से संपर्क किया तो उसे बताया गया कि सब ठीक है. लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई. इसके बाद किसी के कहने पर उसे एक अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाया गया जहां पता चला कि उसे हार्ट की समस्या नहीं है. बाद में डॉक्टर अनुष्का ने कहा कि उसे मेरे पास ले आओ. 

मयंक की मां ने बताया कि अगले दिन यानी 19 नवंबर को उनके बेटे की मौत हो गई. मां ने आरोप लगाया कि उसका बेट बार-बार डॉक्टर को फोन कर रहा था लेकिन हर बार डॉक्टर अनुष्का उसे बहला-फुसला कर उसका फोन काट देती थी. इलाज के लिए उसने मंयक से मोटी फीस भी ली थी लेकिन उसकी लापरवाही ने मेरे बेटे की जान ले ली. 

56 दिन बाद दर्झ हुई FIR

विनीत दुबे की मौत के बाद ये मयंक की मौत का भी मामला सामने आया है. विनीत ने 15 मार्च 2025 को डॉक्टर अनुष्का की क्लीनिक से ट्रांसप्लांट करवाया था. लेकिन इलाज के बाद उसकी तबियत खराब हो गई और फिर उसकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि शिकायत के बावजूद पुलिस वाले मुकदमा करने से टालते रहे और 56 दिन लगा दिए. मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने के बाद FIR दर्ज की गई है.