Kishtwar Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती क्षेत्र में गुरुवार को हुए भीषण बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. इस घटना के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्लोबल वॉर्मिंग के मुद्दे को अत्यंत गंभीरता से लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं अब आम हो गई हैं.
"ग्लोबल वॉर्मिंग पर ध्यान दे सरकार"
मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" बताया. उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि ग्लोबल वॉर्मिंग के मुद्दे को बहुत गंभीरता से लें. यह पहाड़ी क्षेत्रों में बहुत आम हो गया है. इसके समाधान के लिए कोई न कोई उपाय खोजना होगा. मैं उनसे इस दुख की घड़ी में सोचने की अपील करता हूं कि इसका निदान कैसे हो सकता है."
बचाव कार्य तेज, नुकसान का आकलन जारी
पूर्व जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री ने बताया कि बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं और उम्मीद जताई कि मृतकों की संख्या अधिक न हो. उन्होंने कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. बादल फटना हमारे पहाड़ी क्षेत्रों में आम हो गया है. आपने उत्तराखंड में देखा, वहां कितना नुकसान हुआ. पिछले साल रामबन में भी ऐसा हुआ. इस बार यह मचैल माता यात्रा के रास्ते पर हुआ. लाखों लोग इस यात्रा में शामिल होते हैं...हमें उम्मीद है कि भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर वहां पहुंचकर घायलों को निकाल सकेंगे. गांवों और मंदिर क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है...बचाव कार्य चल रहा है...हम उम्मीद करते हैं कि मृतकों की संख्या अधिक न हो..."
नेताओं ने जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस घटना पर गहरा दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "पड्डर, किश्तवाड़ से अत्यंत दुखद समाचार मिला, जहां बादल फटने से कई लोगों की जान गई. शोकग्रस्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं और दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थनाएं. ईश्वर प्रभावित लोगों को इस कठिन समय में शक्ति और सहारा दे."
प्रशासन और सेना का त्वरित एक्शन
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा के अनुसार, बचाव कार्य जोर-शोर से चल रहे हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशासन ने तत्काल बचाव और चिकित्सा व्यवस्था शुरू की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैंने डीसी किश्तवाड़ श्री पंकज कुमार शर्मा से बात की. चशोती क्षेत्र में हुए भारी बादल फटने से काफी नुकसान हो सकता है. प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की, बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है. नुकसान का आकलन और आवश्यक बचाव व चिकित्सा व्यवस्थाएं की जा रही हैं."
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सेना और एनडीआरएफ को बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा, "चशोती किश्तवाड़ में बादल फटने से दुखी हूं. शोकग्रस्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना. सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बचाव और राहत कार्य मजबूत करने के निर्देश दिए हैं."