Jhansi News: झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के डगरावाह गांव से एक चौंकाने वाली और भावुक कहानी सामने आई है, जहां पांच साल पहले अपने प्रेमी के साथ भागी एक महिला अब अचानक घर लौट आई है लेकिन प्यार या अपराधबोध से नहीं. वह अपने पति की मौत और ₹35 लाख के मुआवजे की खबर सुनकर वापस आई है.
रिपोर्टों के अनुसार, मृतक किसान ज्वाला प्रसाद अहिरवार को बीडा हाउसिंग प्रोजेक्ट के तहत उनकी जमीन अधिग्रहित होने पर मुआवजा मिला था. परिवार के चारों भाइयों को ₹35 लाख से ज्यादा मिले थे. ज्वाला प्रसाद ने 15 साल पहले रेखा नाम की एक महिला से शादी की थी और उनके दो बेटे हैं अंशु (11) और अमित (6).
परिवार के सदस्यों ने बताया कि रेखा पांच साल पहले अपने पति और दो छोटे बच्चों को छोड़कर किसी दूसरे आदमी के साथ घर छोड़कर चली गई थी. लेकिन अब, ज्वाला प्रसाद की मौत और मुआवजे की रकम की खबर के बाद, रेखा अचानक वापस लौट आई और अपने हिस्से की रकम के लिए लड़ने लगी.
मामला तब और बिगड़ गया जब रेखा के बड़े बेटे अंशु ने पुलिस को बताया कि उनकी मां उन्हें मारती-पीटती है, खाना नहीं देती और परेशान करती है. उसने कहा कि वे अपने चाचा के साथ रहना चाहते हैं क्योंकि उनकी मां उन्हें बचपन में छोड़कर चली गई थीं और अब सिर्फ पैसों के लिए लौटी हैं.
ज्वाला के भाई की पत्नी, उनकी चाची मालती ने पुष्टि की कि रेखा सालों पहले चली गई थी और अब सिर्फ पैसों की वजह से वापस आई है. उन्होंने कहा कि रेखा अब जमीन में हिस्सा और मुआवजा मांग रही है और संपत्ति को लेकर लगातार झगड़ रही है.
रक्सा पुलिस के अनुसार, ज्वाला ने ₹35 लाख में से कुछ पैसे से रक्सा टोल के पास 50x50 का एक प्लॉट खरीदा था, जिसका आधा हिस्सा पहले ही विकसित हो चुका है. बच्चों ने शिकायत की है कि उनकी मां उस प्लॉट को बेचने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने अब बच्चों की सुरक्षा के लिए उन्हें उनके चाचा की देखरेख में रखा है और अपनी जांच जारी रखे हुए है. इस चौंकाने वाले मामले ने माता-पिता की जिम्मेदारी, संपत्ति विवाद और टूटते रिश्तों पर पैसे के असर को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.