Gangrape Accused Killed in Meerut Encounter: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार सुबह पुलिस और अपराधी के बीच हुई मुठभेड़ ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था को चर्चा में ला दिया. गैंगरेप, पॉक्सो और चोरी जैसे मामलों में फरार 25 हजार के इनामी अपराधी शहजाद उर्फ निक्की को पुलिस ने सरूरपुर क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया.
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी के माता-पिता ने शव लेने से भी इनकार कर दिया और कहा 'पुलिस ने उसे उसके कर्मों की सजा दी है.'
मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के मुताबिक, सोमवार तड़के करीब 5.30 बजे सरूरपुर मोड़ पर पुलिस ने संदिग्ध बाइक सवार को रोकने की कोशिश की. खुद को घिरता देख आरोपी शहजाद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके सीने में लगी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मौके से 32 बोर की पिस्टल, छह खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस और एक स्प्लेंडर बाइक बरामद की.
12 अक्टूबर की रात शहजाद ने उसी बच्ची के घर जाकर फायरिंग की थी, जिसके साथ उसने जनवरी में गैंगरेप किया था. फायरिंग के 30 घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. शहजाद मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर शकिस्त गांव का रहने वाला था और उस पर गैंगरेप, पॉक्सो, छेड़छाड़ और चोरी के सात मुकदमे दर्ज थे.
‘पुलिस ने सही किया’
एनकाउंटर की खबर मिलने के बाद शहजाद के पिता रहीसुद्दीन और मां नसीमा ने कहा कि उन्हें ऐसे बेटे से कोई लेना-देना नहीं. 'वो 15 साल पहले ही हमारे लिए मर चुका था. पुलिस ने जो किया, बिल्कुल सही किया. हमें उसके शव की जरूरत नहीं.' रहीसुद्दीन, जो पहले थाने में चौकीदार थे, अब गांव में नाई का काम करते हैं. उन्होंने कहा 'उसने दो बच्चियों की जिंदगी बर्बाद कर दी थी, अब उसे उसके कर्मों की सजा मिली.'
जेल से छूटा, 5 दिन बाद फिर किया गैंगरेप
शहजाद पहली बार 2019 में स्कूटी चोरी के केस में जेल गया था. इससे पहले उसने 5 साल की बच्ची से रेप किया था. 20 जनवरी 2025 को जेल से छूटने के सिर्फ 5 दिन बाद उसने अपने साथी के साथ 7 साल की बच्ची को चॉकलेट और 20 रुपए का लालच देकर खेत में ले जाकर गैंगरेप किया. ग्रामीणों के पहुंचने पर दोनों फरार हो गए थे. बच्ची गंभीर हालत में मिली थी. इसी केस में शहजाद वांछित चल रहा था.
यूपी में 8 घंटे में दो एनकाउंटर
शहजाद का एनकाउंटर सोमवार सुबह हुआ, जबकि इसके आठ घंटे पहले लखनऊ में एक लाख के इनामी लुटेरे गुरुसेवक को भी पुलिस ने मार गिराया था. यूपी में पिछले 16 दिनों में यह सातवां एनकाउंटर है, जिसमें फरार अपराधियों को ढेर किया गया है. पुलिस ने दोनों मामलों में कहा है कि कार्रवाई कानून के तहत हुई और जांच के लिए फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है.