menu-icon
India Daily

हैदराबाद के बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर डबल डेकर स्लीपर बस में लगी आग, 39 यात्री बाल-बाल बचे

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रविवार तड़के एक डबल डेकर एसी स्लीपर बस में अचानक आग लग गई. बस दिल्ली से गोंडा जा रही थी और इसमें 39 यात्री सवार थे.

auth-image
Edited By: Kuldeep Sharma
file photo
Courtesy: social media

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: आंध्र प्रदेश के कुरनूल हादसे के कुछ ही दिन बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक और स्लीपर बस में आग लगने का मामला सामने आया है. रविवार सुबह दिल्ली से गोंडा जा रही एक डबल डेकर प्राइवेट बस रेवड़ी टोल प्लाजा के पास अचानक धधक उठी. गनीमत रही कि समय रहते सभी 39 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. पुलिस और दमकल की टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और बस को हटा कर यातायात बहाल किया.

जानकारी के मुताबिक यह घटना सुबह करीब 4:45 बजे हुई जब बस रेवड़ी टोल प्लाजा से लगभग 500 मीटर पहले पहुंची थी. अचानक बस के पिछले हिस्से से धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग भड़क गई. मौके पर मौजूद चाय विक्रेताओं ने चालक जगत सिंह को इसकी सूचना दी. चालक ने तुरंत बस रोककर सभी यात्रियों को बाहर निकाला और बस को टोल प्लाजा से दूर हटा दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया.

फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. लगभग 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को भी चोट नहीं आई है. फिलहाल आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि आग बस के एक टायर से शुरू हुई थी.

यात्रियों के लिए दूसरी बस का किया इंतजाम 

आग बुझाने के बाद जली हुई बस को एक्सप्रेसवे से हटा दिया गया और यातायात को सामान्य कर दिया गया. बस मालिक ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरी बस की व्यवस्था की. यात्रियों में से कई ने बताया कि अगर चालक ने समय रहते बस नहीं रोकी होती, तो हादसा बड़ा हो सकता था. पुलिस ने कहा कि हादसे के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से गोंडा भेज दिया गया.

हालिया हादसों से बढ़ी चिंताएं

गौरतलब है कि पिछले एक महीने में देश में कई जगह बसों में आग लगने के हादसे सामने आए हैं, जिनमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. हाल ही में 24 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में एक लग्जरी बस बाइक से टकराकर जल गई थी, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, राजस्थान के जैसलमेर में अक्टूबर की शुरुआत में शॉर्ट सर्किट के कारण बस में आग लगने से 26 यात्रियों की मौत हो गई थी. इन घटनाओं ने बस सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

सुरक्षा पर उठे सवाल

लगातार हो रहे हादसों ने प्राइवेट बस कंपनियों की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. एक्सप्रेसवे पर फायर सेफ्टी सिस्टम की अनुपस्थिति ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आपात स्थिति में यात्रियों की जान जोखिम में पड़ सकती है. पुलिस ने आग के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.