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Badaun Double Murder Case: मेरे बेटों ने किस 'पैगंबर' पर टिप्पणी की थी... बदायूं डबल मर्डर के शिकार बच्चों की मां का दर्द

Badaun Double Murder Case: बदायूं में मोहम्मद साजिद नाम के एक शख्स ने अपने भाई जावेद के साथ मिलकर दो बच्चों की हत्या कर दी. आरोपी, पीड़ित परिवार से पहले से परिचित थे. इसलिए वे आसानी से पीड़ित परिवार के घर पहुंचे. फिर साजिश के तहत 12 साल के आयुष और 8 साल के अहान उर्फ ​​हनी की हत्या कर दी. अब डबल मर्डर के शिकार दोनों बच्चों की मां की आपबीती सामने आई है.

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Edited By: India Daily Live
Badaun Double Murder Case up hate crime

Badaun Double Murder Case: मेरे बेटों ने किस पैगम्बर पर टिप्पणी की थी? मेरे बच्चों ने किस इस्लाम पर टिप्पणी की थी? मेरे बच्चों को तो हिन्दू-मुसलमान का फर्क तक नहीं पता था? मेरे बच्चे तो मोहम्मद साजिद और मोहम्मद जावेद को भैया बुलाते थे? ये सवाल उठाते हुए बदायूं डबल मर्डर केस के शिकार दोनों बच्चों (आयुष और अहान) की मां रो पड़ती है. वो बार-बार दोषियों को सख्त सजा देने की मांग करती है, फिर बदहवास हो जाती है. 

ये जघन्य घटना मंगलवार शाम करीब 7 बजे की है. 22 साल के साजिद और उसके भाई जावेद ने जो तांडव मचाया, उससे पूरे यूपी सहम गया. मामले की जानकारी के बाद कार्रवाई करते हुए साजिद को तो पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया, लेकिन उसके भाई जावेद की तलाश जारी है. वारदात के शिकार दोनों बच्चों आयुष और अहान के भाई पीयूष ने भी वारदात की रोंगटे खड़ी कर देने वाली कहानी सुनाई. 

हमले में बचे पीयूष ने क्या बताया?

बदायूं के मंडी समिति थाना क्षेत्र के बाबा कॉलोनी में हुई वारदात के शिकार पीयूष ने बताया कि सैलून वाले भैया हमारे घर आए थे. वे मेरे भाइयों को छत पर ले गए, मुझे नहीं पता था कि साजिद ने मेरे भाईयों को क्यों मारा? उन्होंने मुझ पर भी हमला किया, लेकिन मैं बच गया. पीयूष ने हाथ और सिर में लगे चोट को दिखाते हुए ये बातें न्यूज एजेंसी ANI को बताई. 

वारदात के बाद पुलिस एनकाउंटर के शिकार मोहम्मद साजिद ने हाल ही में बाबा कॉलोनी के पास ही सैलून (नाई की दुकान) खोली थी. मंगलवार शाम वो पहले से परिचित विनोद कुमार के घर में घुस गया और उनके तीन बच्चों 12 साल के आयुष, 8 साल के अहान उर्फ ​​हनी और 10 साल के पीयूष पर धारदार चाकू से हमला कर दिया.

हमले में आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि पीयूष गंभीर रूप से घायल हो गया. मामले की जांच में जुटे एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि एक आरोपी साजिद को एनकाउंटर में उस वक्त ढेर कर दिया गया, जब वो भागने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने आरोपी साजिद के पिता और चाचा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. वारदात को अंजाम देने के पीछे के मकसद के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है, क्योंकि पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों के साथ उनका कोई विवाद नहीं था.

5000 रुपये की मदद मांगने विनोद के घर पहुंचा था आरोपी साजिद

FIR के मुताबिक, मृत दोनों बच्चों के पिता विनोद ने बताया कि मंगलवार शाम को वे घर से बाहर थे. इसी दौरान आरोपी साजिद उनके घर पहुंचा और उनकी पत्नी संगीता से 5000 रुपये की मदद मांगी. उसने संगीता को बताया कि मेरी पत्नी प्रेग्नेंट है और आज रात को 11 बजे डिलीवरी होनी है. इसके बाद जब संगीता ने विनोद को फोन किया, तो उन्होंने पैसे दे देने को कहा. इसके बाद संगीता आरोपी साजिद के लिए चाय बनाने लगी.

बताया जाता है कि जब संगीता चाय बना रही थी, तो उसने सबसे बड़े बेटे आयुष को कहा कि वो साजिद को सेकेंड फ्लोर पर बना ब्यूटी पार्लर दिखा दे. 12 साल का आयुष साजिद को घर की दूसरी मंजिल पर ले गया, जहां आरोपी ने लाइट बंद कर दी और उस पर चाकू से हमला कर दिया. जब साजिद आयुष का गला काट रहा था तो सबसे छोटा भाई अहान भी वहां पहुंच गया. साजिद ने अहान को भी पकड़ लिया और उसे भी मार डाला. इसके बाद आरोपी ने पीयूष पर भी हमला किया, लेकिन वो भागने में कामयाब रहा. 

वारदात को अंजाम देने के बाद साजिद अपने भाई जावेद के साथ घटनास्थल से भाग गया, जो अपनी बाइक पर घर के बाहर इंतजार कर रहा था. पीड़ित परिवार के अनुसार, साजिद और जावेद दोनों अपराध में शामिल थे. पुलिस अभी भी जावेद की तलाश कर रही है लेकिन दोनों भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.