अतुल शर्मा, बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं में मंगलवार शाम को हुई दो बच्चों की निर्मम हत्या के मामले में सभी को दहला दिया है. घटना को दो आरोपियों ने अंजाम दिया, जिसमें से एक को पुलिस ने घटना के कुछ देर बाद एनकाउंटर में ढेर कर दिया, जबकि दूसरे की तलाश जारी है. जिस आरोपी को एनकाउंटर में ढेर किया गया है, उसके पिता और चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस लगातार मामले (Badaun Double Murder) को लेकर पूछताछ कर जरूरी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.
वारदात के बाद मृत बच्चों की मां ने पहले अपने पति को सूचना दी, फिर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई. जांच पड़ताल के साथ-साथ आरोपियों की तलाश में छापेमारी भी की जाने लगी. आखिरकार कुछ घंटों के बाद ही पुलिस ने एक आरोपी साजिद को ढेर कर दिया. साजिद के साथ वारदात को अंजाम देने वाले दूसरे आरोपी जावेद की फिलहाल तलाश की जा रही है. उधर, पीड़ित परिवार की ओर से बदायूं पुलिस में दर्ज कराई गई FIR में कई बातें कही गई है.
आइए, जानते हैं कि पीड़ित परिवार की ओर से दर्ज कराई गई FIR में क्या-क्या लिखा गया है?
पुलिस को दी गई FIR मृत बच्चों के पिता विनोद कुमार ने खुद को सिविल लाइन के बाबा कॉलोनी का रहने वाला बताया है. कहा गया है कि मंगलवार (19 मार्च 2024) को शाम करीब 6 बजकर 45 मिनट पर हमारे घर के सामने नाई की दुकान पर काम करने वाला साजिद अपने भाई जावेद के साथ आया. साजिद घर के अंदर आ गया, जबकि उसका भाई जावेद बाइक पर बाहर ही बैठा रहा. साजिद और जावेद अलापुर के सखानू गांव के रहने वाले हैं. दोनों बाइक से मेरे घर आए और अंदर पहुंच गए.
विनोद कुमार ने बताया कि घर के अंदर मेरी पत्नी संगीता देवी, मेरी माता मुन्नी देवी के साथ मेरे तीनों बच्चे (आयुष प्रताप उम्र 13 वर्ष, पीयूष प्रताप उम्र 9 वर्ष और आहान प्रताप उम्र 6) मौजूद थे. घर के अंदर आने के बाद साजिद ने संगीता से कहा कि मेरी पत्नी की डिलीवरी होनी है. आज रात 11 बजे का समय डॉक्टरों ने दिया है. साजिद ने मेरी पत्नी से 5000 रुपये मांगे. मेरी पत्नी ने मदद करने के इरादे से कहा कि तुम रूको, मैं तुम्हें रुपये देती हूं.
इस बीच साजिद ने मेरे बीच वाले लड़के पीयूष प्रताप को गुटखा लाने भेज दिया. फिर साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि पता नहीं आज मेरा मन घबरा रहा है, थोडा छत पर घुम लेता हूं. इसके बाद साजिद मेरे छोटे अहन प्रताप को अपने साथ लेकर छत पर चला गया. छत पर जाते-जाते उसने मेरे बड़े बेटे आयुष से पानी लेकर छत पर आने को कहा. थोड़ी देर बाद उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया.
FIR में जिक्र है कि जैसे ही विनोद की पत्नी संगीता देवी अंदर से पैसे लेकर बाहर आई, तो जावेद और साजिद छत से नीचे उतर रहे थे. दोनों के हाथ में खून से सना चाकू था. उन्होंने मेरी पत्नी को देखते ही कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है. इसके बाद मेरी पत्नी चिल्लाने लगी, रोने लगी. संगीता की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग मेरे घर के बाहर जुट गए. आसपास के लोगों ने साजिद को पकड़ लिया, जबकि जावेद भाग निकला. इतने में कुछ लोग संगीता के साथ छत पर पहुंचे, तो वहां आयुष औऱ आहान खून से लथपथ पड़े थे, दोनों की मौत हो चुकी थी.
पीयूष गुटखा लेकर आया तो भाग रहे जावेद ने उसे भी निशाना बनाया
विनोद कुमार की ओर से दर्ज कराई गई FIR में लिखा गया है कि जब जावेद भाग रहा था, तब मेरा बेटा पीयूष गुटखा लेकर आ रहा था. इसी दौरान जावेद ने पीयूष पर भी जानलेवा हमला कर दिया. उधर, आसपास के लोगों ने पुलिस को बुलाकर साजिद को सौंप दिया. हालांकि, उस दौरान मौके पर काफी भीड़ जुट गई और अंधेरा भी हो गया था, जिसका फायदा उठाकर आरोपी साजिद वहां से भाग निकला. विनोद ने बताया कि साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी. मुझे पता नहीं कि दोनों ने मेरे बच्चों की हत्या क्यों की?
बदायूं से अतुल शर्मा की रिपोर्ट.