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गूगल मैप बना यमराज, गलत रास्ते की वजह से उफनती नदी में बही वैन, तीन की डूबने से दर्दनाक मौत

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, वैन में एक ही परिवार के नौ लोग सवार थे, जो भीलवाड़ा के एक धार्मिक स्थल से दर्शन कर लौट रहे थे. बता दें कि, ये हादसा रात करीब 1:30 बजे हुआ, जब वैन एक पुराने, लंबे समय से बंद सोमी-उपरेड़ा पुल पर पहुंची.

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Edited By: Mayank Tiwari
Tragic accident in Chittorgarh
Courtesy: X

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में मंगलवार (26 अगस्त) की देर रात एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ, जिसमें एक वैन बनास नदी के तेज बहाव में बह गई. इस दुखद घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि एक बच्चा अब भी लापता है. ये हादसा तब हुआ जब वैन ड्राइवर ने गूगल मैप के निर्देशों का पालन करते हुए एक बंद पुल को पार करने की कोशिश की. 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, वैन में एक ही परिवार के नौ लोग सवार थे, जो भीलवाड़ा के एक धार्मिक स्थल से दर्शन कर लौट रहे थे. बता दें कि, ये यहादसा रात करीब 1:30 बजे हुआ, जब वैन एक पुराने, लंबे समय से बंद सोमी-उपरेड़ा पुल पर पहुंची.

गूगल मैप की गलती बनी हादसे का कारण

इस घटना पर एसपी मनीष त्रिपाठी ने बताया, “बनास नदी में तेज उफान के कारण सभी रास्ते बंद थे. फिर भी, गूगल मैप ने वैन चालक को इस बंद रास्ते की ओर जाने के लिए कहा. ऐसे में वैन तेज बहाव में फंसकर बह गई, जिससे चार लोग डूब गए. इनमें से चंदा (21), उनकी बेटी रुतवी और ममता (25) की बेटी खुशी (4) के शव बरामद हो चुके हैं, लेकिन एक बच्चे की तलाश अब भी जारी है.

छत पर चढ़कर बची पांच लोगों की जान

वहीं, इस हादसे के दौरान वैन में सवार पांच लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए खिड़की तोड़कर वैन की छत पर चढ़कर अपनी जान बचाई. एक पीड़ित ने मोबाइल टॉर्च से रेस्क्यू टीम को इशारा किया और अपने रिश्तेदार को फोन कर घटना की सूचना दी. इसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने नाव की मदद से बचाव कार्य शुरू किया. अंधेरे के कारण राहत के काम में मुश्किलें आईं, लेकिन आखिर में पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.

इसी दिन जालोर जिले में एक अन्य हादसे में छह युवक सुकड़ी नदी में डूब गए. पुलिस ने तीन शव बरामद किए हैं, जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है.