राजस्थान के 11 जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण मंगलवार को स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बाढ़ की स्थिति में सुधार होने के बाद इन जिलों में कक्षाएं फिर से शुरू होने की संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारी बारिश के कारण भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, पाली और सिरोही सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.नदियों के उफान पर होने के कारण चंबल, कालीसिंध और बनास नदी पर बने बांधों के गेट खोल दिए गए.
पुलिस ने बताया कि सिरोही में 35 बच्चों से भरी एक निजी स्कूल बस केरल नदी की पुलिया पर फंस गई. वहीं, चित्तौड़गढ़ में बेड़च नदी का पुल पार करते समय दो बाइक सवार बह गए.
भीलवाड़ा के बिजोलिया इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जहां पानी से भरी सड़कों पर नाव चलती देखी गई. भीलवाड़ा में एरु नदी के पुल पर 5 फीट तक पानी भर गया.
झालावाड़ में भारी बारिश के कारण करीब आधा दर्जन गांवों में हालात बिगड़ गए हैं. जयपुर में शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण सड़कें पानी से भर गईं, जिससे सड़कों पर जाम लग गया और निचले इलाकों में परेशानी हुई.
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने 29 जुलाई को भी 11 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है. झालावाड़ जैसे कुछ जिलों ने छुट्टियां बढ़ा दी हैं. इनमें झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, धौलपुर, सलूंबर, बांसवाड़ा और अजमेर शामिल हैं.
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोटा, भीलवाड़ा, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, टोंक, सिरोही, राजसमंद, पाली, बूंदी, बारां, बांसवाड़ा और अजमेर जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई.
पूर्वी राजस्थान में सबसे अधिक बारिश कोटा के रामगंज मंडी में 242 मिमी और भीलवाड़ा के जैतुरा में 235 मिमी दर्ज की गई. पश्चिमी राजस्थान में पाली जिले के बाली में सबसे अधिक 88 मिमी, झालावाड़ के बकानी में 61 मिमी, बारां के अटरू में 43 मिमी, छबड़ा में 26 मिमी, भीलवाड़ा के बिजौलिया में 64 मिमी, बूंदी के नैनवां में 28 मिमी और अलवर के बहरोड़ में 31 मिमी बारिश दर्ज की गई.
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून की द्रोणिका रेखा अब उत्तर दिशा से अपनी सामान्य स्थिति में आ गई है, जो वर्तमान में बीकानेर और कोटा से होकर गुजर रही है. इन मौसमी गतिविधियों के चलते सोमवार को भारी बारिश और 29 व 30 जुलाई को कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने मंगलवार के लिए 3 जिलों में रेड, 5 में ऑरेंज और 19 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश से राहत 1 अगस्त के बाद ही मिलने की उम्मीद है.
कोटा में, राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी सोमवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र रामगंजमंडी में वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत कार्यों का जायजा लिया.
मंत्री ट्रैक्टर पर सवार होकर कुंभकोट बस्ती पहुंचे, जहां बस्तियां बारिश के पानी में डूबी हुई थीं. उन्होंने हरिपुरा, जुल्मी, देवलीखुर्द और सांडपुर गाँवों का दौरा किया और बाढ़ की स्थिति का जायज़ा लिया.
रामगंजमंडी क्षेत्र में दो नागरिक सुरक्षा दल और एक एसडीआरएफ दल तैनात किया गया है. सुल्तानपुर और पीपल्दा में भी एसडीएसएफ की एक टीम तैनात