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Pulwama Attack: 'राहुल गांधी के साथ पाक जाओ', सर्जिकल स्ट्राइक पर बयान देकर घिरे चन्नी, BJP ने दिया करारा जवाब

Congress Comment On Surgical Strike: कांग्रेस के सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने 2019 की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि 'किसी ने उन्हें नहीं देखा' और सबूत की मांग की, जिससे भाजपा नेताओं ने उनकी तीखी आलोचना की.

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Edited By: Ritu Sharma
Surgical Strike
Courtesy: Social Media

Congress Comment On Surgical Strike: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़ा कर नया राजनीतिक विवाद छेड़ दिया है. उन्होंने कहा, ''आज तक मुझे यह नहीं पता चल पाया कि स्ट्राइक कहां हुई, कौन मरा और पाकिस्तान में ये कब और कहां हुआ. किसी ने कुछ नहीं देखा.'' उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्होंने हमेशा सबूत मांगे हैं.

भाजपा ने बोला तीखा हमला

भाजपा ने चन्नी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''चरणजीत सिंह चन्नी का यह बयान कांग्रेस और गांधी परिवार की गंदी मानसिकता को दर्शाता है. आप राहुल गांधी के साथ पाकिस्तान जाकर एयर स्ट्राइक के सबूत देख सकते हैं.'' सिरसा ने कहा कि पाकिस्तान खुद मान चुका है कि भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से उसे भारी नुकसान हुआ था.

संबित पात्रा का करारा वार

वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान समर्थक रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, ''बाहर से वे कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) हैं, लेकिन अंदर से वे पाकिस्तान कार्यसमिति (PWC) हैं.'' उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकवादियों और सेना को ऑक्सीजन देने का कोई मौका नहीं छोड़ती.

कांग्रेस की सफाई और सवाल

हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार से जवाब मांगते हुए राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दोहराई. चन्नी ने भी इसी सिलसिले में कहा, ''हम मांग करते हैं कि सरकार बताये कि हमले के जिम्मेदार कौन हैं और कार्रवाई कब होगी. दस दिन हो गए हैं, देश इंतजार कर रहा है कि 56 इंच का सीना कब कार्रवाई करेगा.''

राजनीतिक लड़ाई या राष्ट्रीय मुद्दा?

इस पूरे विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को सियासी बहस का हिस्सा बनाया जाना चाहिए. जहां भाजपा इसे सेना के अपमान का मामला बता रही है, वहीं कांग्रेस जवाबदेही की मांग कर रही है.