Meghalaya Murder Case: मेघालय पुलिस ने सोनम और राज की दस दिन की रिमांड के दौरान दोनों से अलग-अलग पूछताछ की और उनके कथित बयान दर्ज किए. सोनम ने स्वीकार किया कि 'राज ही इस मर्डर का मास्टरमाइंड है, जिसने शादी से 11 दिन पहले योजना बनाई.' विशाल, आकाश व आनंद ने भी गवाहियों में उसी बात की पुष्टि की.
हत्या में उपयोग हुए दो दाव (लकड़ी काटने वाले हथियार) पुलिस ने बरामद किए. पहला दाव शव के पास मिला, दूसरा 16 जून को जंगल से मिला. दुकान मालिक के बयान से यह प्रमाणित हुआ कि 'विशाल और आकाश ने इन्हीं दाव को खरीदा था.' फॉरेंसिक जांच में हथियारों पर लगे खून का मिलान मृतक राजा के रक्त से भी हुआ.
17 जून को पुलिस ने आरोपियों के साथ हत्या स्थल पर रीक्रिएशन कराया. वीडियो में विशाल बताते हैं, 'मैं राज के दाहिने और आकाश बाएं था. सोनम ने इशारा किया, फिर मैंने दोनों हाथों से दाव पकड़ा' – इसके बाद आकाश ने तीसरा वार किया. पुलिस ने राजा के वजन का पुतला बनाकर शव उठाने और खाई में फेंकने तक की प्रक्रिया रिकॉर्ड की.
हत्या स्थल व आसपास पार्क की गई तीन स्कूटी में GPS ट्रैकर इंस्टॉल था. पुलिस ने पाया कि 'जहाँ सोनम–राज गुजरे, वहीं विशाल और आनंद की स्कूटी भी पहुंची. तीनों स्कूटियों ने 18 मिनट में पूरा मर्डर अंजाम देकर वहां से प्रस्थान किया.'
23 मई को एक्टिव मोबाइल डेटा पर विश्लेषण से MP के संदिग्ध नंबरों की पहचान हुई. कॉल डिटेल में सोनम और राज की 1 मार्च से 8 अप्रैल तक 234 कॉलें दर्ज हैं. पुलिस ने सोनम के मोबाइल चैट्स में भी 'शादी से पहले मर्डर प्लान' की पुष्टि की.
हत्या स्थल से मिली आकाश की शर्ट के साथ सोनम की जैकेट की भी जांच हुई. जैकेट पर मृतक का खून मिला, जो फॉरेंसिक एक्सपर्ट हर्ष शर्मा के अनुसार 'कोर्ट में बड़ा सबूत' होगा. सोनम ने केवल एक मोबाइल सौंपा. राजा के चार में से दो और सोनम का एक मोबाइल अभी भी गायब है. पुलिस का मानना है कि इन Geräten में अंतर्देशीय कॉल रिकॉर्ड और प्लान के और सुराग छिपे हैं.