भिंड जिला मुख्यालय पर उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब खाद की किल्लत से नाराज़ किसान अपने विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा के साथ कलेक्टर बंगले पर पहुंच गए. वहां कलेक्टर और विधायक आमने-सामने हो गए और देखते ही देखते विवाद ने उग्र रूप ले लिया.
बुधवार को जब बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा किसानों के साथ कलेक्टर बंगले पहुंचे. शुरुआत में समर्थकों ने बाहर नारेबाजी की, लेकिन जल्द ही गुस्से में आकर विधायक ने दरवाजा धक्का देकर खोल दिया. सामने खड़े कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने विधायक को उंगली दिखा दी. इस इशारे से नाराज़ होकर विधायक ने कलेक्टर की ओर मुक्का तान दिया. हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत बीच-बचाव कर हालात बिगड़ने से रोक लिए.
मुकाबले के दौरान कलेक्टर ने विधायक से कहा- 'चोरी नहीं चलने दूंगा.' इस पर भड़कते हुए विधायक ने जवाब दिया 'सबसे बड़ा चोर तो तू है.' इतना कहते ही समर्थकों ने जोरदार नारे लगाने शुरू कर दिए, 'भिंड कलेक्टर चोर है.' सुरक्षाकर्मियों ने कलेक्टर को बंगले के अंदर सुरक्षित कर लिया, लेकिन बाहर विधायक और उनके समर्थक लंबे समय तक हंगामा करते रहे.
खाद किल्लत पर भिंड भाजपा विधायक vs भिंड कलेक्टर। pic.twitter.com/lUbzXUm4sS
— THE POLITICAL ADDA (@P0LITICAL_ADDA) August 27, 2025
हंगामे की सूचना मिलते ही एडीएम एलके पांडे और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. विधायक को मनाने की कोशिश की गई लेकिन वे टस से मस नहीं हुए. अंततः मामला इतना बढ़ गया कि प्रभारी मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को दखल देना पड़ा. मंत्री ने फोन पर विधायक से बात की और उसके बाद ही स्थिति शांत हुई और विधायक बंगले से लौट गए.
विवाद की असल वजह किसानों को खाद न मिलना था. विधायक ने आरोप लगाया कि पर्याप्त खाद मौजूद होने के बावजूद सोसाइटियों तक उसकी आपूर्ति नहीं हो रही. उन्होंने कहा 'किसानों को परेशान किया जा रहा है, जब पर्याप्त स्टॉक है तो आखिर खाद कहां जा रहा है?' कुशवाहा ने साफ किया कि वह किसानों की आवाज उठाने के लिए कलेक्टर के पास गए थे. उल्लेखनीय है कि विधायक पहले भी अपने आक्रामक रवैए और बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं.