KSRTC Bus Driver Offering Namaz: कर्नाटक के हावेरी जिले में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की एक बस के ड्राइवर-कम-कंडक्टर द्वारा ड्यूटी के दौरान बस रोककर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह कर्मचारी वर्दी में बस की सीट पर नमाज अदा करता दिखाई दे रहा है, जबकि यात्री बस में बैठे इंतजार कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि बस के बीच रास्ते में रोके जाने से यात्रा में अनावश्यक देरी हुई, जिससे यात्री परेशान हुए. इस देरी को लेकर लोगों ने सवाल उठाए हैं कि क्या ड्यूटी के समय धार्मिक कार्य करना सही है, खासकर तब जब इससे सार्वजनिक सेवा प्रभावित हो रही हो.
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया और बहस छेड़ दी है. कुछ लोग इसे धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार बता रहे हैं, तो वहीं कई लोगों ने ड्यूटी के समय इस तरह की धार्मिक गतिविधियों को अनुचित बताया है. कर्नाटक परिवहन विभाग ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. विभाग ने कहा है कि, 'जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.'
KSRTC driver Shafiulla Nadaf stopped a government bus mid-route from Hubballi to Haveri to offer Namaz on the roadside with passengers still inside🤡🤲🏻
— Akshay Akki ಅಕ್ಷಯ್🇮🇳 (@FollowAkshay1) April 30, 2025
This happened on the evening of April 29. Is this public transport or his private property @KSRTC_Journeys ?
Imagine the… pic.twitter.com/4lx3qFvfCE
इस घटना ने जुलाई 2023 की एक और विवादित घटना की याद दिला दी, जब बेंगलुरु में एक महिला यात्री ने BMTC के एक कंडक्टर से ड्यूटी के दौरान टोपी (स्कल कैप) हटाने की मांग की थी. तब भी यह बहस छिड़ी थी कि सरकारी कर्मचारी ड्यूटी पर धार्मिक प्रतीक पहन सकते हैं या नहीं.
सरकारी कर्मचारियों के धार्मिक अभ्यास को लेकर देशभर में बहस तेज हो रही है. यह मामला भी इसी बहस का हिस्सा बनता दिख रहा है. अब देखना है कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या कदम उठाए जाते हैं.