Bengaluru stampede: बेंगलुरु में 4 जून को हुए दर्दनाक भगदड़ हादसे के बाद अब मामले ने और तूल पकड़ लिया है. इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 33 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. शुक्रवार को इस मामले में एक नई FIR दर्ज की गई है. यह शिकायत 21 वर्षीय युवक वेंकट ने दर्ज कराई है, जो हादसे में घायल हुआ था.
इससे पहले भी क्यूबन पार्क पुलिस स्टेशन में दो FIR पहले ही दर्ज की जा चुकी हैं. ये FIR रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और DNA इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ दर्ज की गई थीं.
इस हादसे को लेकर अब राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं. कर्नाटक बीजेपी के महासचिव पी. राजीव ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार और गृहमंत्री जी. परमेश्वर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उनका कहना है कि RCB की जीत का राजनीतिक फायदा लेने के चक्कर में सरकार ने इस कार्यक्रम को जबरदस्ती आयोजित कराया, जबकि पुलिस ने पहले ही चेतावनी दी थी.
राजीव ने कहा, 'इस हादसे के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया हैं. उनके बाद डीके शिवकुमार और फिर गृहमंत्री परमेश्वर. गृहमंत्री की कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. सभी को इसका नैतिक जिम्मा लेना चाहिए.' राजीव ने कहा कि अगर पुलिस उनकी शिकायत पर FIR दर्ज नहीं करती, तो वह कोर्ट जाकर प्राइवेट केस (PCR) दर्ज कराएंगे.
सरकार ने भगदड़ मामले में प्रशासनिक एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज को पद से हटा दिया है. इसके साथ ही ADGP इंटेलिजेंस हेमंत निंबालकर को भी ट्रांसफर कर दिया गया है. एक दिन पहले ही सीएम सिद्धारमैया ने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद और चार अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था. सरकारी नोटिस में कहा गया, 'मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के रूप में के. गोविंदराज की नियुक्ति को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाता है.' हालांकि, उनके हटाए जाने का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया, लेकिन सूत्रों का मानना है कि यह फैसला भगदड़ मामले से जुड़ा है.
IPS अधिकारी रवि एस को हेमंत निंबालकर की जगह इंटेलिजेंस विभाग का नया प्रमुख बनाया गया है. ट्रांसफर आदेश में कहा गया है कि रवि एस अब एडीजीपी इंटेलिजेंस के पद पर कार्यभार संभालेंगे. इस पूरे मामले ने राज्य सरकार और प्रशासन की तैयारियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि बिना पूरी सुरक्षा व्यवस्था के यह भीड़ भरा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिससे यह दुखद हादसा हुआ.