Jharkhand Naxal Encounter: झारखंड के हजारीबाग जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सोमवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन कुख्यात माओवादी मारे गए. इनमें से एक पर एक करोड़ रुपये का इनाम था. यह मुठभेड़ हजारीबाग के गोरहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पंतित्री जंगल में तड़के लगभग 4.20 बजे शुरू हुई.
पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ सीपीआई यानी माओवादी के केंद्रीय समिति सदस्य सहदेव सोरेन के दस्ते और सुरक्षा बलों के बीच हुई. सहदेव सोरेन पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने सहदेव सोरेन के साथ रघुनाथ हेम्ब्रम और वीर्सेन गंजू को भी मार गिराया. रघुनाथ हेम्ब्रम स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था और उस पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था. वहीं वीर्सेन गंजू जोनल कमेटी का सदस्य था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था.
Hazaribagh, Jharkhand | Sahdeo Soren, a Central Committee Member of CPI(Maoist) carrying Rs 1 Crore on his head, killed in an encounter with a joint team of CoBRA battalion, Giridih and Hazaribagh Police. Naxal commanders Raghunath Hembram@Chanchal and Birsen Ganjhu@Ramkhelawan… pic.twitter.com/xfHThf1FW8
— ANI (@ANI) September 15, 2025Also Read
सीआरपीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि यह ऑपरेशन झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान था. इस दौरान तीनों नक्सलियों को मार गिराया गया और मौके से तीन एके-47 राइफलें भी बरामद की गईं. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ के बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि अन्य नक्सलियों का पता लगाया जा सके.
In a joint operation, the Central Reserve Police Force and Jharkhand Police have neutralized three Naxals and recovered three AK-47 rifles. Those neutralized in the operation include Sahadev Soren (Central Committee Member having bounty of Rs 1 crore), Raghunath Hembram (Special…
— ANI (@ANI) September 15, 2025
सहदेव सोरेन लंबे समय से झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था और कई बड़ी नक्सली घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता था. उसकी मौत को सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि इससे संगठन को बड़ा झटका लगा है और नक्सलियों का नेटवर्क कमजोर होगा.
झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी. यह अभियान खुफिया इनपुट के आधार पर चलाया गया. जैसे ही नक्सलियों की मौजूदगी पंतित्री जंगल में पाई गई, सुरक्षा बलों ने उन्हें घेर लिया. मुठभेड़ करीब एक घंटे तक चली, जिसके बाद तीनों नक्सली ढेर हो गए.
अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन के बाद भी जंगल में तलाशी अभियान जारी है क्योंकि आशंका है कि वहां और भी नक्सली मौजूद हो सकते हैं. इस सफलता के बाद सुरक्षा बलों का मनोबल और ऊंचा हुआ है. स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली है क्योंकि इन इलाकों में नक्सलियों का दबदबा लंबे समय से था. पुलिस को उम्मीद है कि इस अभियान के बाद क्षेत्र में शांति बहाल होगी और विकास कार्यों को गति मिलेगी.