Sex On The Moon: 48 साल के 'थाड रॉबर्ट्स' आज भी अपने अनोखे और सनसनीखेज कारनामे के लिए चर्चा में रहते हैं. साल 2002 में, जब वे महज 24 साल के थे, उन्होंने नासा में इंटर्नशिप के दौरान चांद के नमूने चुराने की साहसी योजना बनाई. इस चोरी ने न केवल वैज्ञानिक जगत को हिलाकर रख दिया, बल्कि उनकी प्रेम कहानी और अनोखे दावों ने भी सुर्खियां बटोरीं. इस घटना के लिए रॉबर्ट्स को आठ साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.
थाड रॉबर्ट्स ने अपनी गर्लफ्रेंड टिफ़नी जो उस समय नासा में इंटर्न थी उसके साथ मिलकर चंद्रमा की चट्टानों और एक उल्कापिंड के नमूने चुराने की साजिश रची. रॉबर्ट्स ने बेल्जियम के एक संभावित खरीदार से ऑनलाइन कंटक किया, जो इन नमूनों के लिए प्रति ग्राम 1,000 से 5,000 डॉलर देने को तैयार था. हालांकि, खरीदार ने इसकी सूचना एफबीआई को दे दी, और इस तरह रॉबर्ट्स ने नमूने नहीं बेचे. इस साहसिक योजना ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया, लेकिन उनकी गिरफ्तारी भी तय थी."
चांद पर 'सेक्स' का दावा
रॉबर्ट्स ने दावा किया कि उन्होंने अपनी प्रेमिका टिफ़नी के साथ "चांद पर सेक्स" किया. उन्होंने चुराए गए चंद्र नमूनों को बिस्तर के कंबल के नीचे छिपा दिया था, जिसके बारे में टिफ़नी को कोई जानकारी नहीं थी. 2012 में सीबीएस न्यूज़ से बात करते हुए रॉबर्ट्स ने कहा, "मैंने कभी कुछ नहीं कहा, लेकिन मुझे यकीन है कि उसने इसे महसूस किया होगा." उन्होंने आगे बताया, "यह उस चीज़ का प्रतीक था जो हम कर रहे थे, मूल रूप से चांद पर सेक्स करना. यह असहजता से ज़्यादा है, लेकिन उस समय यह सहजता की बात नहीं थी. यह अभिव्यक्ति की बात थी. और इससे पहले चांद पर किसी ने भी सेक्स नहीं किया था. मुझे लगता है कि हम यह बात निश्चिंत होकर कह सकते हैं.
"प्यार या सनक?
रॉबर्ट्स ने अपनी इस हरकत को प्यार से प्रेरित बताया. 2004 में एलए टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "मैं टिफ़नी से प्यार करता था. मेरे मन में, मैं सोच रहा था, 'बेबी, मैं तुम्हें चांद दे दूंगा.' यह हमारे रिश्ते की एक रोमांटिक शुरुआत होगी." उन्होंने आगे कहा, "मेरा मतलब है, इसका सीधा सा जवाब यह है कि मैंने यह प्यार के लिए किया.
वैज्ञानिक नुकसान के बाद रॉबर्ट्स की गिरफ्तारी
हालांकि चुराए गए नमूने वैज्ञानिक समुदाय के लिए "बेकार" माने गए, इस चोरी ने तीन दशकों के हाथ से लिखे गए रिसर्च नोट्स को ख़राब कर दिया, जो वैज्ञानिक जगत के लिए बड़ा नुकसान था. रॉबर्ट्स ने पुलिस को बताया कि वे इसे चोरी नहीं मानते, क्योंकि उनका इरादा महंगी कार या घर खरीदने का नहीं था. उनकी आर्थिक तंगी और प्रेम ने उन्हें इस कदम तक पहुंचाया. लेकिन उनकी योजना तब विफल हो गई, जब एफबीआई ने उन्हें खरीदारों से मिलने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया.