Yamuna Cleaning: छठ पूजा को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. त्योहार की तैयारियों के मद्देनजर दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने गुरुवार को कालिंदी कुंज छठ घाट पर तैयारियों का जायजा लिया और दावा किया कि यमुना नदी इस साल ज्यादा साफ है और पहले की तरह किसी भी प्रकार का सफेद झाग यमुना में दिखाई नहीं दे रहा है.
दिल्ली सीएम ने कहा कि बीजेपी नीत वर्तमान दिल्ली सरकार ने यमुना की साफ सफाई के लिए पिछले 6 महीनों में पूरी ईमानदारी के साथ काम किया खास तौर पर छठ उत्सव स्थलों पर.
यहां कभी जहरीला झाग तैरता था
रेखा गुप्ता ने कहा कि यह वही जगह है जहां कभी जहरीला झाग तैरता हुआ दिखाई देता था और छठ श्रद्धालुओं को उसी जहरीले झाग में खड़े होकर पूजा करनी पड़ती थी लेकिन बीजेपी शासन में जहरीला झाग नहीं केवल पानी बह रहा है. छठ की तैयारियों के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं.
#WATCH | Delhi CM Rekha Gupta says, "Please be careful about those old videos (of River Yamuna) that people post... Today, the Yamuna is many times cleaner, clearer, and more beautiful than before, and we've seen no foam buildup there. The government is consistently fulfilling… pic.twitter.com/I9quI0Lioz
— ANI (@ANI) October 16, 2025
यमुना में झाग के पुराने वीडियो हो रहे वायरल
सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया पर यमुना में जहरीले झाग की पुराने वीडियोज वायरल हो रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन भ्रामक वीडियोज पर भरोसा ना करें.
25,000 से 35,000 मीट्रिक टन स्लिट बाहर निकाला गया
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार में गाद निकासी का बड़ा अभियान चलाया गया. उन्होंने कहा कि नालों से 25,000 से 35,000 मीट्रिक टन गाद निकाली गई जो कि आखिरकार यमुना में ही गिरने वाली थी.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के करीब सभी नालों को टैप करके उन्हें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स से जोड़ दिया गया है और पुराने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांस्टस को आधुनिक बनाया गया है.
आज यमुना ऑक्सीजन से भरपूर है, यहां मछलियां पल रही हैं
सीएम ने आगे कहा कि आज यमुना का बीओडी लेवल पहले से ज्यादा है और सरकार लगातार इसके सुधार को लेकर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हमने यमुना से हजारों टन जलकुंभी को हटाया. पहले यमुना में एक छोटा सा बैक्टीरिया नहीं पनप सकता था लेकिन आज यमुना ऑक्सीजन से भरपूर है. आज इसमें मछलियां पनप सकती हैं. पानी साफ है. सीएम ने कहा कि इतनी प्रगति के बाद भी यमुना में सुधार के लिए हमें लगातार काम करने की जरूरत है.