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India Daily

दिल्ली धमाके से एक महीने पहले की शाहीन और मुजम्मिल की कार खरीदते हुए फोटो आई सामने, जानें क्या थी इनकी योजना

दिल्ली में 10 नवंबर के धमाके की जांच में एक तस्वीर सामने आई है जिसमें आरोपी शहीन सईद और मुजम्मिल 25 सितंबर को नकद भुगतान कर मारुति ब्रेजा खरीदते दिख रहे हैं

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Edited By: Km Jaya
Shaheen Saeed and Dr Muzammil Bought Car India daily
Courtesy: @Theunk13 x account

नई दिल्ली: दिल्ली में 10 नवंबर को हुए धमाके की जांच में एक नई जानकारी सामने आई है. जांच एजेंसियों को एक ऐसी तस्वीर मिली है जिसमें आतंकी आरोपित डॉ शाहीन सईद और डॉ मुजम्मिल दोनों एक कार शोरूम में साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. यह तस्वीर 25 सितंबर की बताई जा रही है. इसी दिन दोनों ने एक सीएनजी मारुति ब्रेजा को नकद रुपये देकर खरीदा था. 

अधिकारियों के अनुसार यह गाड़ी शाहीन सईद के नाम पर खरीदी गई थी और पूरी रकम नकद दी गई थी. इस तरह की बड़ी नकद खरीद को लेकर जांच एजेंसियां फंड के स्रोत पर शक जता रही हैं. यह भी माना जा रहा है कि इस गाड़ी को किसी ऑपरेशन में इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही थी.

शाहीन के बारे में क्या हुआ खुलासा?

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने बताया है कि शाहीन सईद लंबे समय से जैश ए मोहम्मद के संपर्क में थी. वह भारत में महिलाओं को जोड़कर एक नेटवर्क बनाने की कोशिश कर रही थी. शहीन पहले 2006 से 2012 तक कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से जुड़ी थी. इसके बाद वह अचानक गायब हो गई थी. बाद में वह फरीदाबाद की अल फला यूनिवर्सिटी में फैकल्टी के रूप में सामने आई. उसकी गिरफ्तारी को इस केस में सबसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.

जांच में और क्या आया सामने?

जांच में यह बात भी सामने आई है कि उसके साथ जुड़ा दूसरा आरोपित डॉ मुजम्मिल 2021 और 2022 में अंसार गजवत उल हिंद जैसे कट्टर गुटों के संपर्क में आया. एजेंसियों के मुताबिक वह कुछ मारे गए आतंकियों के सहयोगियों से मिला था और एक व्यक्ति इरफान उर्फ मौलवी ने उसे इस नेटवर्क से जोड़ा था. मुजम्मिल पर 2023 और 2024 में हथियार जुटाने का भी आरोप है.

क्या किसी दूसरे हमले की थी तैयारी?

अब जांच एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि ब्रेजा की खरीद का इस हमले से क्या संबंध था और क्या इसे किसी दूसरे हमले के लिए तैयार किया जा रहा था. जांच में शहीन और मुजम्मिल की वित्तीय जानकारी, आपसी बातचीत और सितंबर से नवंबर के बीच की गतिविधियों को खंगाला जा रहा है. एजेंसियों को शक है कि इस मॉड्यूल से जुड़े और भी लोग किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं.