दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी धमाके को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को एक अन्य शख्स को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. आरोप है कि इस शख्स ने विस्फोटक बनाने में तकनीकी मदद की थी. बता दें कि इस धमाके में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हुए थे.
पकड़े गए आरोपी की पहचान जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश के रूप में हुई है. दानिश ने आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी के साथ मिलकर काम किया था और कथित तौर पर उसे 'तकनीकी' सहायता भी प्रदान की थी.
अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग जिले के काजीगुंड का रहने वाला वानी इस हमले का सक्रिय सह-षड्यंत्रकारी था. अधिकारियों ने बताया कि उसने दिल्ली में विस्फोट करने से पहले ड्रोन को मॉडिफाइ किया और रॉकेट बनाने का प्रयास किया. उसे अब दिल्ली लाया गया है, जहां एनआईए मुख्यालय में उससे पूछताछ की जाएगी.
जानकारी के अनुसार वानी रॉकेट जैसी तकनीक विकसित करने की कोशिश कर रहा था और धमाके से पहले यह कोशिश लगातार जारी थी. इस तकनीक की मदद से वह आतंकी नेटवर्क और हमलो को और घातक बनाने की तैयारी में था.
NIA की जांच में सामने आया है कि जसीर आत्मघाती हमलावर उमर नबी का बेहद करीबी थी और दोनों मिलकर कार बम हमले की पूरी योजना बना रहे थे.
जसीर की गिरफ्तारी ने इस जांच को एक नई दिशा दी है क्योंकि इससे आतंकी मॉड्यूल के तकनीकी हिस्से और नेटवर्क के वर्कसिस्टम पर रोशनी पड़ी है. उम्मीद है कि वानी से पूछताछ में इस हमले के पीछे की पूरी साजिश और मास्टरमाइंड से लेकर छोटे-छोटे सहयोगियों तक सभी का पर्दाफाश हो सकेगा.