दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए कार धमाके की जांच अब एनआईए के हवाले कर दी गई है. इस धमाके में 12 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए. धमाका इतना जोरदार था कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई.
शुरुआती जांच में कार की 11 घंटे की रूट डिटेल सामने आई है, जिससे पता चलता है कि वाहन फरीदाबाद से चला था और कई जगहों से होते हुए लाल किला पहुंचा था. पुलिस की प्रारंभिक जांच में कई चौंकाने वाले सुराग मिले हैं, जिनसे अंदेशा जताया जा रहा है कि यह हमला किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है.
सोमवार शाम करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास अचानक जोरदार धमाका हुआ. चश्मदीदों के मुताबिक, धमाका इतनी तेज़ आवाज़ में हुआ कि आसपास खड़ी गाड़ियां हिल गईं और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. सुरक्षा बलों ने तुरंत इलाके को घेर लिया और पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला. धमाके के बाद कई फायर टेंडर और एम्बुलेंस मौके पर पहुंचीं.
धमाके के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीमें मौके पर पहुंचीं. फिलहाल पूरा इलाका सील कर दिया गया है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स कार के मलबे और आसपास के हिस्सों से सबूत जुटा रहे हैं. शुरुआती जांच में कार में विस्फोटक सामग्री के इस्तेमाल के संकेत मिले हैं. हालांकि, अब एनआईए इसकी गहराई से जांच करेगी.
#WATCH | Delhi | Teams of NIA and forensic experts conduct investigation at the site of the Delhi car blast near Red Fort pic.twitter.com/qYnzCeZGhe— ANI (@ANI) November 11, 2025
पुलिस ने जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, उसका 11 घंटे का रूट मैप बरामद किया है. कार सोमवार सुबह फरीदाबाद से निकली थी और ओखला, बदरपुर टोल और एशियन हॉस्पिटल के पास से गुजरती हुई दोपहर 3:19 बजे लाल किला पार्किंग में दाखिल हुई. करीब तीन घंटे पार्किंग में रहने के बाद यह शाम 6:22 बजे बाहर निकली और 6:52 बजे विस्फोट हुआ.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में यह शक जताया जा रहा है कि धमाका किसी फिदायीन (आत्मघाती) हमले की तरह किया गया हो सकता है. हालांकि इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है. एनआईए अब सभी सबूत, सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट्स की जांच कर रही है. एजेंसी जल्द ही यह तय करेगी कि धमाके के पीछे आतंकी संगठन का हाथ है या किसी अन्य साजिश का.
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को इस केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का फैसला लिया. एनआईए को अब दिल्ली पुलिस द्वारा जुटाए गए सभी साक्ष्य, केस फाइलें और वीडियो फुटेज ट्रांसफर किए जा रहे हैं. एनआईए की टीम आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच में विशेषज्ञ मानी जाती है और उम्मीद है कि वह इस धमाके की तह तक जाएगी.