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India Daily

Delhi NCR Rain: दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश, आज फिर जमकर बरसेंगे बादल, आंधी के लिए IMD का अलर्ट

दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से असमान वर्षा हो रही है, जिसके कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है और यात्रियों को असुविधा हो रही है.

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Edited By: Reepu Kumari
Delhi Monsoon
Courtesy: PINTEREST

Delhi Monsoon: गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई. इससे एक ओर जहां मौसम सुहावना हो गया, वहीं दूसरी ओर लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गईं. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 31 जुलाई को भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. राजधानी में जलभराव और ट्रैफिक जैसी समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं.

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने खुद आईटीओ इलाके में जलभराव की स्थिति का निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बारिश के दौरान शीघ्र जल निकासी सुनिश्चित की जाए.

दिल्ली के इन इलाकों में बरसात का ज्यादा असर

आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, शाहदरा, पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली, उत्तर पूर्वी, दक्षिणी, नई दिल्ली, दक्षिण पश्चिमी, पश्चिमी और उत्तरी दिल्ली के कुछ हिस्सों में गरज के साथ मध्यम बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. कुछ क्षेत्रों में हल्की आंधी भी चल सकती है, जिसकी रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है.

तापमान में आई नरमी, लेकिन राहत नहीं पूरी

बारिश से तापमान में थोड़ी गिरावट जरूर दर्ज की गई है. अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23-25 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. हालांकि, उमस और जलभराव की वजह से लोगों को राहत पूरी तरह नहीं मिल रही है.

जलभराव से बेहाल लोग, मुख्यमंत्री ने लिया जायजा

बीते कुछ दिनों से दिल्ली में असमान बारिश हो रही है. इससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. आईटीओ जैसे मुख्य इलाकों में पानी भरने से आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को जलभराव का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को जल निकासी की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए.

निगरानी बढ़ी, लेकिन चुनौतियां बरकरार

बारिश के चलते दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है. कुछ अंडरपासों में जलभराव होने से वाहन चालकों को लंबे रूट अपनाने पड़ रहे हैं. प्रशासन की निगरानी बढ़ गई है. लेकिन जब तक जल निकासी की व्यवस्था मजबूत नहीं होती, तब तक परेशानी बनी रहेगी.