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दिल्ली की हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल, AQI 400 के पार; जानें कैसी होगी आने वाले दिनों में स्थिति

दिल्ली में इस सीजन की पहली ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. AQI 400 के पार पहुंच गया और कई इलाकों में 460 से अधिक रहा. इस सीजन में एयर क्वालिटी पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा.

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Edited By: Km Jaya
Air Quality India daily
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: एक बार फिर दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार चला गया, जिससे इस सीजन में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया, हवा में प्रदूषण इतना बढ़ गया कि लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 428 दर्ज किया गया. यह दिसंबर 2024 के बाद अब तक का सबसे खराब स्तर है. इसके बाद कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने तत्काल प्रभाव से NCR और आसपास के इलाकों में GRAP का चरण-3 लागू किया गया.

विशेषज्ञों ने क्या बताया?

विशेषज्ञों ने मंगलवार को अत्यधिक प्रदूषित हवा के दौर के लिए तापमान में गिरावट और हवा की गति में कमी को जिम्मेदार ठहराया. ये दोनों मिलकर वायु गुणवत्ता व्युत्क्रमण की स्थिति पैदा करते हैं, जहां गर्म हवा की एक परत ठंडी हवा के ऊपर आकर उसे फंसा लेती है. गर्म परत प्रदूषकों को सतह के पास ही रोक लेती है, जिससे धुंध छा जाती है क्योंकि वे फैल नहीं पाते.

स्काइमेट के उपाध्यक्ष ने क्या बताया?

स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि सोमवार रात को हवा लगभग शांत हो गई थी, जिससे प्रदूषण तेजी से जमा हुआ. मंगलवार दोपहर बाद हवा की गति 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ी, लेकिन तब तक प्रदूषण काफी बढ़ चुका था. पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार को हल्की तेज हवा चलने से AQI 'Very Poor' श्रेणी में लौट सकता है. केंद्र के एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम ने बताया कि शुक्रवार तक वायु गुणवत्ता 'Very Poor' श्रेणी में बनी रहेगी.

कितना रहा AQI?

सोमवार को दिल्ली का औसत AQI 362 था, जो ‘Very Poor’ श्रेणी में आता है. मंगलवार को यह अचानक बढ़कर 428 पहुंच गया. कई जगहों पर प्रदूषण मापने वाले यंत्रों ने सुबह 9 बजे तक ‘Severe’ स्तर दर्ज किया. बावाना में AQI 463, वजीरपुर में 460 और चांदनी चौक, बुराड़ी, आईटीओ जैसे इलाकों में 600 µg/m³ तक PM2.5 दर्ज किया गया.

कैसी रही विजिबिलिटी?

सुबह के समय दृश्यता भी काफी कम रही. सफदरजंग में विजिबिलिटी केवल 600 मीटर और पालम में 700 मीटर दर्ज की गई. दिन चढ़ने के बाद थोड़ी सुधार हुआ, लेकिन यह 2000 मीटर से नीचे ही रही. मौसम विभाग ने बुधवार को हल्की धुंध और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं की संभावना जताई है.

कितना रहेगा आज का तापमान?

पर्यावरण विशेषज्ञ सुनील दहिया ने कहा कि स्थानीय स्रोतों, उद्योगों, पावर प्लांट्स और पराली जलाने से बढ़े उत्सर्जन ने इस स्वास्थ्य आपात स्थिति को जन्म दिया है. उन्होंने तत्काल कार्रवाई की मांग की. मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है. अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा. बुधवार को न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री और अधिकतम 26 से 28 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है.

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