Delhi Public Hearing Program: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच जनसुनवाई कार्यक्रम को फिर से शुरू किया. यह कार्यक्रम उनके कैंप कार्यालय, मुख्यमंत्री जन सेवा सदन, राज निवास मार्ग पर आयोजित हुआ. जनसुनवाई की शुरुआत सुबह आठ बजे हुई, जिसमें दिल्ली के विभिन्न इलाकों से आए लोगों ने अपनी शिकायतें और सुझाव प्रस्तुत किए.
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एक कुर्सी पर बैठीं और लोग क्रमवार उनके सामने जाकर आवेदन जमा करते रहे. नागरिकों और मुख्यमंत्री के बीच संवाद के लिए मेज पर माइक्रोफोन की व्यवस्था की गई थी. इससे पहले गुप्ता आमतौर पर लोगों के बीच जाकर उनसे सीधे बातचीत करती थीं, लेकिन हालिया हमले की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है.
बीते 20 अगस्त को जनसुनवाई के दौरान गुजरात के राजकोट निवासी एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया था. उस घटना के बाद से सुरक्षा को लेकर प्रशासन अधिक सतर्क हो गया है. बुधवार के कार्यक्रम में महिला सुरक्षाकर्मियों सहित पुलिसकर्मियों ने मुख्यमंत्री को घेर रखा था. प्रवेश से पहले सभी प्रतिभागियों की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई और पूरे कार्यक्रम पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई.
मुख्यमंत्री गुप्ता ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उन्होंने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों से मुलाकात की और अधिकारियों को तुरंत उनकी शिकायतों का निवारण करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनता से बातचीत उन्हें नई ऊर्जा देती है और सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है.
उन्होंने जनसुनवाई को नई परंपरा करार देते हुए कहा कि हर नागरिक की बात सुनी जाती है और हर सुझाव दिल्ली के विकास का प्रतीक बनता है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जनसेवा और हर शिकायत का समाधान उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इस जनसुनवाई में लगभग 165 लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी शिकायतें और सुझाव सौंपे. मुख्यमंत्री ने मौके पर ही संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए. इस अवसर पर कई नागरिकों ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ते देकर बधाई भी दी. जनसुनवाई कार्यक्रम के पुनः आरंभ से लोगों में उत्साह देखने को मिला. बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर वहां पहुंचे. कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए इस कार्यक्रम ने मुख्यमंत्री की जनता से सीधी संवाद की परंपरा को नए सिरे से आगे बढ़ाया.