नई दिल्ली: देश की राजधानी का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एक नए युग में प्रवेश कर चुका है. शनिवार को यहां टर्मिनल-2 का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्री किंजारपु राम मोहन नायडू ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. समारोह में जीएमआर, सीआईएसएफ और नागरिक उड्डयन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट भारत की प्रगति और आधुनिक कनेक्टिविटी का प्रतीक बनेगा.
टर्मिनल-2 के उद्घाटन समारोह में जीएमआर ग्रुप के अधिकारी सुदीप लखटकिया, एडीजी विनिता ठाकुर, आईजी सेंथिल अवूदई कृष्ण राज एस सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. समारोह का संचालन गरिमा और सादगी से किया गया. मंच पर मंत्री नायडू ने रिबन काटकर और दीप प्रज्वलित कर नई सुविधाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने जीएमआर और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
उद्घाटन समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआईएसएफ ने बखूबी निभाई. डीआईजी जी. शिवा कुमार के नेतृत्व में कमांडेंट आर.के. सिंह और डीसी परमिंदर कौर ने पूरे आयोजन की निगरानी की. सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया गया, जिससे कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ. मंत्री ने सीआईएसएफ कर्मियों की निष्ठा, अनुशासन और व्यावसायिकता की सराहना करते हुए उन्हें 'देश की सुरक्षा की रीढ़' बताया.
अपने संबोधन में नागरिक उड्डयन मंत्री किंजारपु राम मोहन नायडू ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट न केवल यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगा बल्कि भारत की आर्थिक और तकनीकी प्रगति का भी प्रतीक बनेगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की पहलें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं. उन्होंने जीएमआर समूह के प्रयासों की खुलकर सराहना की.
टर्मिनल-2 को स्मार्ट और फ्यूचर-रेडी इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में तैयार किया गया है. जीएमआर की देखरेख में बने इस टर्मिनल में अत्याधुनिक तकनीक, सुगम चेक-इन प्रक्रिया और यात्रियों की सुविधा के लिए डिजिटल गाइडेंस सिस्टम जैसी सुविधाएं दी गई हैं. यह पहल न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश की हवाई यात्रा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगी.
टर्मिनल-2 का उद्घाटन भारत की हवाई यात्रा के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह कदम न केवल यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करेगा बल्कि देश की आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती देगा. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से दिल्ली एयरपोर्ट की क्षमता और सेवा स्तर में व्यापक सुधार आने की उम्मीद है.
इनपुट: पंकज राय