बिहार से आयदिन ऐसी खबर सामने आते रहती है जिसे सुनके बाद लोग आलोचना करने से बाज नहीं आते हैं. अब ऐसे में खबर चाहे राज्य में सुरक्षा की हो या स्वास्थ्य की. किसी भी मामले में बिहार अब पहले से बेहतर स्थिति में आ रहा है. हालांकि अब यहां से एक और ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनने के बाद लोगों के मन में बहुत सारे सवाले उठने लगे हैं. दरअसल यहां शनिवार को पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत के कुछ ही घंटों बाद उसकी आंख गायब हो गई.
अब इस मामले में फंटुश नामक व्यक्ति के परिवार ने मामले में चिकित्सा लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि, अस्पताल के कर्मचारियों ने दावा किया कि चूहे ने उसकी आंख कुतर दी थी.
पुलिस के अनुसार, अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारे जाने के बाद फंटुश को 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 15 नवंबर को उसकी सर्जरी की गई और उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. शुक्रवार रात को फंटुश की मौत हो गई, लेकिन रात में पोस्टमार्टम न हो पाने के कारण उसका शव आईसीयू बेड पर रखा गया. जब शनिवार की सुबह, उनके परिवार को पता चला कि उनकी बाईं आंख गायब थी और उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाया, एक रिश्तेदार ने दावा किया कि मेज के पास एक सर्जिकल ब्लेड पाया गया था.
वहीं नालंदा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की गई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, 'या तो किसी ने आंख निकाल ली है या फिर चूहे ने उसे कुतर दिया है. दोनों ही स्थितियों में गलती हमारी है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.' पुलिस ने बताया कि अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और आगे की जांच जारी है.