menu-icon
India Daily

बिहार चुनाव से पहले RJD में बड़ा बदलाव, लालू यादव की जगह इन्हें सौंपी जाएगी कमान; जानें कब होगा फैसला

लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में संगठनात्मक चुनाव जोरों पर हैं. पार्टी का पहला फेज पूरा हो चुका है और अब बाकी दो फेज की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है. इन चुनावों के जरिए पंचायत से लेकर नेशनल लेवल तक की नई टीम तैयार की जा रही है.

auth-image
Edited By: Princy Sharma
Lalu Yadav News
Courtesy: Social Media

लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में संगठनात्मक चुनाव जोरों पर हैं. पार्टी का पहला फेज पूरा हो चुका है और अब बाकी दो फेज की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है. इन चुनावों के जरिए पंचायत से लेकर नेशनल लेवल तक की नई टीम तैयार की जा रही है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार पार्टी की कमान तेजस्वी यादव को सौंपी जाएगी?

आरजेडी के राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चित्तरंजन गगन ने बताया कि बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों में प्राथमिक और पंचायत स्तर के चुनाव सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं. अब 31 मई से प्रखंड (ब्लॉक) लेवल के चुनाव होंगे और 5 जून से जिला इकाइयों के लिए वोटिंग होगी. 14 जून से प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी और 5 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान किया जाएगा.

डेमोक्रेटिक प्रोसेस से हो रहे चुनाव

पार्टी के चुनाव पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे हैं. प्रखंड डेलीगेट्स की सूची को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने मंजूरी दे दी है. इन डेलीगेट्स के जरिए ही आगे के ब्लॉक, जिला और प्रदेश अध्यक्ष चुने जाएंगे. झारखंड और अन्य राज्यों में भी चुनाव अधिकारी डेलीगेट्स की सूची जारी कर चुके हैं.

क्या फिर अध्यक्ष बनेंगे लालू यादव?

पार्टी के अंदर चर्चा है कि लालू प्रसाद यादव एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं. हालांकि, यह भी माना जा रहा है कि पार्टी अब युवाओं को आगे लाना चाहती है. ऐसे में तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना भी संभव है. अगर ऐसा होता है तो यह पार्टी में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव माना जाएगा.

जगदानंद सिंह पर भी सबकी नजरें

प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वे फिर से इस पद पर रहेंग. वे पार्टी के पहले सवर्ण अध्यक्ष हैं और आरजेडी में एक मजबूत चेहरा माने जाते हैं. पार्टी के सूत्रों की मानें तो इस बार संगठन में युवाओं को बड़ी भूमिका दी जाएगी. तेजस्वी यादव को अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह संकेत होगा कि आरजेडी अब युवा नेतृत्व को आगे लाकर नए जमाने की राजनीति करना चाहती है.

अब सभी की निगाहें 5 जुलाई पर टिकी हैं, जब आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा तब तय होगा कि क्या लालू यादव ही फिर से अध्यक्ष बनेंगे या तेजस्वी यादव को पार्टी की कमान सौंपी जाएगी.