पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने 18वीं विधानसभा के अध्यक्ष (स्पीकर) पद के लिए आधिकारिक रूप से नामांकन दर्ज कराया. नामांकन के दौरान डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे.
एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है और विपक्ष की संख्या मात्र 35 विधायकों तक सीमित है. विपक्ष की ओर से किसी उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित नहीं किया गया है, ऐसे में प्रेम कुमार का निर्विरोध स्पीकर चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है.
89 सीटों के साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी को सरकार में कई अहम जिम्मेदारियां मिली हैं. गृह मंत्रालय भी पार्टी को सौंपा गया है, जिसकी कमान सम्राट चौधरी संभाल रहे हैं. स्पीकर पद की जिम्मेदारी अब प्रेम कुमार को मिलने की संभावना है, जिसे बीजेपी एक मजबूत संगठनात्मक संदेश के रूप में देख रही है.
गया शहर से नौवीं बार लगातार विधायक बने प्रेम कुमार बिहार की राजनीति में अनुभवी चेहरा माने जाते हैं. नीतीश कुमार के पुराने मंत्रिमंडलों में वे कई महत्वपूर्ण विभागों जैसे कृषि, वन एवं पर्यावरण, सहकारिता, पीएचईडी और सड़क निर्माण (पीडब्ल्यूडी) की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. उनकी साफ-सुथरी छवि और शांत कार्यशैली के कारण वे कभी किसी बड़े विवाद में नहीं रहे. 2015 में वे विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे थे.
नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत में प्रेम कुमार ने कहा कि वे पार्टी नेतृत्व और सहयोगी दलों के प्रति आभारी हैं जिन्होंने उन्हें इस पद के लिए चुना. उन्होंने कहा कि आज स्पीकर पद के लिए नामांकन किया है. इसका परिणाम कल घोषित होगा. जो दायित्व मिलेगा, उसका पूरी निष्ठा से पालन करूंगा.
एनडीए के विधायकों और नेतृत्व के पूर्ण समर्थन के साथ उनका निर्विरोध स्पीकर चुना जाना लगभग सुनिश्चित माना जा रहा है. विधानसभा में स्थिरता और अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रेम कुमार का अनुभव निर्णायक भूमिका निभा सकता है.