menu-icon
India Daily

पटना में आज से शुरू होगा बुलडोजर एक्शन! इन इलाकों से हटेगा अतिक्रमण, जानें पूरा प्लान

पटना में आज से 31 दिसंबर तक अतिक्रमण के खिलाफ विशेष अभियान शुरू हो गया है. डीएम डॉ. त्यागराजन एस एम और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर नौ टीमें बनाई गई हैं.

auth-image
Edited By: Princy Sharma
Patna anti-encroachment drive India Daily
Courtesy: Pinterest

पटना: बिहार के पटना शहर में अब अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू होने जा रही है. जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस एम और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा के निर्देश पर आज से शहर में विशेष अतिक्रमण उन्मूलन अभियान शुरू किया गया है, जो 31 दिसंबर तक जारी रहेगा. इस अभियान का मकसद पटना के प्रमुख इलाकों में अतिक्रमण को पूरी तरह हटाना और सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना है.  

जिलाधिकारी ने अभियान के तहत नौ टीमों का गठन किया है, जिनमें नगर निगम, पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य, पथ निर्माण और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हैं. यह अभियान पटना शहर के छह प्रमुख अंचलों जैसे नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद, पटना सिटी के अलावा खगौल, फुलवारीशरीफ और दानापुर निजामत में भी चलेगा. 

अतिक्रमण के खिलाफ अभियान

खासतौर पर उन स्थानों पर ध्यान दिया जाएगा जहां नियमित रूप से अतिक्रमण होता है, जैसे कंकड़बाग, गांधी मैदान, राजेंद्र नगर, डाकबंगला, अशोक राजपथ, बोरिंग कैनाल रोड, सगुना मोड़ आदि. अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान बेहद कड़ा होगा. जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अगर किसी स्थान पर अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से अतिक्रमण पाया गया तो संबंधित लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. 

रुकावट डालने पर सख्त कार्रवाई 

अतिक्रमण हटाने में रुकावट डालने वालों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा, अस्थायी अतिक्रमण पर 5,000 रुपये और स्थायी अतिक्रमण पर 20,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा. अस्पतालों जैसे आइजीआईएमएस, पीएमसीएच, एम्स और एनएमसीएच के आसपास भी अतिक्रमण हटाने की योजना है ताकि मरीजों और एंबुलेंस के आने-जाने में कोई रुकावट न हो. 

निगरानी के लिए बनाई गई टीम

साथ ही, प्रशासन ने वाहनों के बढ़ते दबाव और यातायात जाम की स्थिति को बेहतर करने के लिए एफओबी, अंडरपास, सड़क चौड़ीकरण और वेंडर्स के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाने का भी निर्णय लिया है. अतिक्रमण उन्मूलन अभियान की निगरानी के लिए एक पांच सदस्यीय विशेष टीम बनाई गई है, जो प्रतिदिन अभियान की समीक्षा करेगी. इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ सड़कें साफ करना नहीं, बल्कि पटना को एक बेहतर, सुरक्षित और व्यवस्थित शहर बनाना है.