अंधविश्वास और भीड़ की हिंसा का भयावह चेहरा एक बार फिर बिहार के नवादा जिले में सामने आया है. यहां एक जन्मदिन की पार्टी में म्यूजिक सिस्टम खराब होने को कुछ लोगों ने ‘काला जादू’ से जोड़ दिया. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ा कि गांव वालों ने पति-पत्नी को घेर लिया, उन्हें अपमानित किया और बेरहमी से पीटा. इस हिंसा में पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल है.
नवादा जिले के पंचुगढ़ मुसहरी गांव में मोहम्मद मंजही के घर जन्मदिन का कार्यक्रम था. पार्टी में लगे साउंड सिस्टम में बार-बार खराबी आ रही थी. इसी दौरान अफवाह फैल गई कि गांव के ही गयामांझी और उनकी पत्नी इस गड़बड़ी के पीछे हैं और वे काला जादू करते हैं. यह आरोप सुनते ही भीड़ भड़क उठी और पति-पत्नी को घसीटकर घर से बाहर लाया गया.
गांव वालों ने दंपति को न केवल पीटा, बल्कि सार्वजनिक रूप से अपमानित भी किया. पुलिस के मुताबिक, उनके सिर आंशिक रूप से मुंडवाए गए, गले में जूतों-चप्पलों की माला पहनाई गई और उन्हें पेशाब पिलाने तक की कोशिश की गई. भीड़ ने दोनों को सड़कों पर घुमाया और बेरहमी से मारपीट की. इस हिंसा में 58 वर्षीय गयामांझी की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई.
हिसुआ थाना पुलिस को सूचना मिली कि दंपति को भीड़ ने हमला कर मार डाला है और महिला को जिंदा जलाने की तैयारी हो रही है. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को बचाया और शव को कब्जे में लिया. नवादा एसपी अभिनव धिमान ने बताया कि अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें कार्यक्रम आयोजित करने वाला मोहम्मद मंजही और नौ महिलाएं शामिल हैं.
गंभीर रूप से घायल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें कई चोटें आई हैं लेकिन फिलहाल स्थिति ठीक है. पुलिस का कहना है कि अंधविश्वास के नाम पर हुई इस हत्या ने गांव में दहशत फैला दी है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है. अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को किसी हाल में भी छोड़ा नहीं जाएगा.